गोमतीनगर रेलवे स्टेशन को मिलेगा अटल का नाम

उत्तर प्रदेश के गोमतीनगर में बन रहे विश्वस्तरीय स्टेशन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया है। नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में बुधवार को गोमतीनगर रेलवे स्टेशन का नाम पूर्व पीएम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने और कई महापुरुषों की मूर्तियां लगाने का प्रस्ताव पास हुआ। दरअसल, अटल बिहारी वाजपेयी का लखनऊ से गहरा नाता रहा है। वे लंबे समय तक शहर से सांसद रहे। उन्हें आधुनिक लखनऊ का सूत्रधार भी कहा जाता है। नगर निगम की कार्यकारिणी में इसके अलावा हुसैनगंज चौराहे का नाम महाराणा प्रताप और लालकुआं से नाका चौराहा फ्लाईओवर गुरु गोबिंद सिंह के नाम पर करने के प्रस्तावों को मंजूरी मिली। राजाजीपुरम एफ ब्लॉक चौराहा प्रज्ञान चंद्रयान-3 के नाम पर होगा। यहां चंद्रयान मिशन में शामिल रहीं ऋतु करिधल का घर है।

नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक में बुधवार को कठौता में गंदगी, पेयजल और सीवर की समस्या पर घंटों हंगामा चला। इस हंगामे के बीच जीएम जलकल मनोज आर्या बैठक छोड़कर चले गए। इस पर उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया और नगर आयुक्त ने उन्हें तत्काल हटाने के लिए शासन को पत्र भी लिख दिया। इसके साथ बैठक में तय हुआ कि नादरगंज शूटिंग रेंज का नाम बदलकर चंद्रशेखर आजाद शूटिंग रेंज किया जाएगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के लिए शासन को 160 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा जाएगा। बैठक में चिनहट स्थित उत्तरधौना में कान्हा उपवन की तरह नई गोशाला के निर्माण पर भी सहमति बनी।

कार्यकारिणी की बैठक सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई। इस दौरान कई सदस्यों ने पेयजल और सीवर समस्या का मुद्दा उठाया और जीएम जलकल से जवाब मांगने लगे। इस बीच मेयर ने कठौता झील में गंदगी और टूटी दीवार पर जवाब मांगा। इस पर जीएम जलकल ने महज 20 दिन पहले तैनाती का हवाला देकर इसके लिए समय मांगा। इन सभी मुद्दों पर काफी देर हंगामा होता रहा। आखिर में जीएम जलकल यह कहकर बैठक से चले गए कि पार्षद बेवजह परेशान कर रहे हैं। उनके इस रवैये पर सभी सदस्य धरने पर बैठ गए। इस पर उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया गया।

मनकामेश्वर वॉर्ड के पार्षद एवं कार्यकारिणी सदस्य रंजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने तीन दिन पहले पेयजल और सीवर समस्या पर जीएम जलकल मनोज आर्या को कॉल किया था। इस पर जीएम भड़क गए और कहा कि ज्यादा सींग न मारें, अपना काम देखें।दो दिसंबर को मेयर सुषमा खर्कवाल ने बालागंज वॉटर वर्क्स का निरीक्षण किया था। उन्होंने गार्डों की तैनाती में अनियमितता पर जीएम जलकल को अजय सिक्यॉरिटी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन 15 दिन बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। इस पर भी मेयर ने नाराजगी जाहिर की।

सिक्यॉरिटी एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई न होने पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने जीएम जलकल को 13 दिसंबर को पत्र लिखकर कारण पूछा था। इस पर जीएम ने जवाब दिया था कि यह मामला महत्वपूर्ण नहीं है। उन्होंने देरी के लिए हाल ही में हुई नियुक्ति और बैठकों का हवाला दिया था।कई मुद्दे उठने के बाद जीएम ने कहा कि उन्हें कोई पछतावा नहीं है। उन्हें ही काफी देर से टारगेट किया जा रहा है।जीएम जलकल के आधे-अधूरे जवाब पर सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की और पूछा कि आप कार्यकारिणी और नगर निगम सदन के निर्णयों को नहीं मानते? इसका जीएम के पास जवाब नहीं था।

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