
नई दिल्ली। गर्मियां शुरू हो गई हैं. तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार करने लगा है। इतनी गर्मी पड़ने पर बॉडी गर्म होने लगती है। बॉडी का तापमान बढ़ने लगता है। लोग ठंडा रहने के लिए ठंडा पानी पीते हैं या फिर आइसक्रीम (Ice Cream ) खा लेते हैं। ठंडे पेयपदार्थ पीना भी लोग पसंद करते हैं। वहीं कुछ लोग अधिक ठंडा होने के चक्कर में एक दो नहीं, कई सारी आइसक्रीम खा जाते हैं।
आइसक्रीम में बहुत अधिक शुगर और कैलोरी होती है। यह शरीर में फैट को बहुत तेजी से बढ़ाने का काम करती है। इससे मोटापा तो आता है, साथ ही कई और बीमारी होने का खतरा रहता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि 3 से 4 आइसक्रीम हर दिन खा लेते हैं तो इससे 1000 से अधिक कैलोरी बॉडी को मिल जाती हैं। यह बेहद परेशान करने वाला है। जिन लोगों का डायबिटिक लेवल बॉर्डर पर है या फिर डायबिटीज हैं। उन्हे आइसक्रीम नहीं खानी चाहिए। जिनके जेनेटिक डिसऑर्डर बना हुआ है। उन्हें भी आइसक्रीम खाने से बचना चाहिए। आइसक्रीम में सैचुरेटेड फैट पाया जाता है। इससे बॉडी ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता है। इससे जहां मोटापे की समस्या बढ़ती है। वहीं, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण हार्ट डिसीज होने का खतरा रहता है। यदि कोई पहले से हाइपरटेंशन का मरीज है तो उसे परेशानी कई गुना अधिक बढ़ सकती है। आइसक्रीम में सैचुरेटेड फैट और चीनी अधिक होता है। इस वजह से यह ब्रेन की प्रक्रिया प्रभावित करती है। इससे मैमोरी पॉवर कमजोर होती है। कम से कम आइसक्रीम खाने की कोशिश करनी चाहिए।