400 पार का नारा संविधान में बदलाव

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को दावा किया कि भाजपा ने ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा इसलिए दिया है क्योंकि वह संविधान में कई बदलाव करना चाहती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर संयुक्त राष्ट्र और जर्मनी की प्रतिक्रियाओं का हवाला देते हुए, गहलोत ने दावा किया कि लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए दुनिया भर में भारत की आलोचना हो रही है।

भाजपा द्वारा आरक्षण खत्म करने की आशंका जताते हुए गहलोत ने भगवान राम पर सत्तारूढ़ दल के ‘‘एकाधिकार’’ पर भी सवाल उठाया। गहलोत उम्मेद स्टेडियम में पार्टी के जोधपुर लोकसभा उम्मीदवार करण सिंह उचियारदा की नामांकन रैली को संबोधित कर रहे थे।

इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव सचिन पायलट भी मौजूद थे। गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता हमेशा मतदाताओं को गुमराह कर और तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर अपने पक्ष में माहौल बनाते हैं।

गहलोत ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा नेता नरेन्द्र मोदी और अमित शाह से इतने भयभीत हैं कि वे अपने क्षेत्रों की समस्याओं और मुद्दों को उन दोनों के साथ साझा नहीं करते हैं।’’ वहीं, पायलट ने इस चुनाव को देश, लोकतंत्र और गणतंत्र के वर्तमान और भविष्य के निर्धारण के लिए भी महत्वपूर्ण करार दिया। पायलट ने लोगों से चुनाव को गंभीरता से लेने का आह्वान किया।पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘देश के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती है। पिछले 10 वर्षों की राजनीति प्रतिशोध, दबाव और हिंसा की राजनीति रही है। 10 वर्षों में उन्होंने सभी सीमाएं पार कर ली हैं और हमें इस राजनीति का करारा जवाब देना है।

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