भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा विवाद के बीच टिप्पणी में चीन को चेतावनी दी है। रक्षा मंत्री ने परोक्ष हमला बोलते हुए कहा कि भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया है और न ही उसकी जमीन पर कब्जा किया है, लेकिन अगर कोई देश भारत को चुनौती देता है तो देश ‘मुंहतोड़’ जवाब देने की स्थिति में है। सिंह ने गुरुवार को एनडीटीवी डिफेंस समिट 2024 के दौरान पिछले दशक में भारत के रक्षा क्षेत्र में बदलाव को रेखांकित किया।
सिंह ने दावा किया कि चाहे जमीन से, हवा से या समुद्र से, अगर कोई भारत पर हमला करता है, तो हमारी सेनाएं दृढ़ता से जवाब देंगी। हमने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया है और न ही किसी की एक इंच जमीन पर कब्जा किया है। लेकिन, अगर कोई हमारी तरफ आंख उठाकर देखेगा तो हम मुंहतोड़ जवाब देने की स्थिति में हैं।’ राजनाथ सिंह ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 2014 में जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में आई है, रक्षा हमारी प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक रही है। हम क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़े। चाहे वह सैन्य मामलों के विभाग का शुभारंभ हो, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद का निर्माण हो, हमने रक्षा उपकरणों के स्वदेशी उत्पादन और निर्यात के साथ-साथ सैन्य आधुनिकीकरण पर भी ध्यान केंद्रित किया है।
राजनाथ ने कहा कि भारत की रक्षा व्यवस्था इसलिए मजबूत हुई क्योंकि हमने रक्षा व्यवस्था के साथ-साथ भारतीयता पर भी ध्यान दिया। हमने न केवल रक्षा प्रणाली को मजबूत किया बल्कि भारतीयों के दृष्टिकोण के अनुरूप इसे सुदृढ़ भी किया। 2020 में पूर्वी लद्दाख में घर्षण बिंदुओं पर टकराव के बाद भारत और चीन लगभग चार वर्षों से सैन्य गतिरोध में बंद हैं। गतिरोध को हल करने के लिए समग्र विघटन और तनाव को कम करने के लिए चल रहे प्रयासों के हिस्से के रूप में नई दिल्ली और बीजिंग के बीच कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता का 20 वां दौर पिछले अक्टूबर में चुशुल में आयोजित किया गया था।
उन्होंने कहा कि आज न सिर्फ भारतीय रक्षा व्यवस्था मजबूत है, बल्कि भारत भी मजबूती के साथ वैश्विक पटल पर उभर रहा है। और वह दिन दूर नहीं जब भारत न सिर्फ विकसित राष्ट्र के रूप में सामने आएगा, बल्कि हमारी सैन्य शक्ति दुनिया की सर्वोच्च सैन्य शक्ति बनकर उभरेगी। उन्होंने कहा कि भारत की रक्षा व्यवस्था इसलिए मजबूत हुई, क्योंकि हमने रक्षा व्यवस्था के साथ-साथ भारतीयता पर भी फोकस किया। हमने रक्षा व्यवस्था को न सिर्फ मजबूत किया, बल्कि उसे भारतीयों की दृष्टि के अनुसार मजबूत किया।