लखनऊ। हाल ही में, समाजवादी पार्टी (सपा) की विधायक पल्लवी पटेल ने “अपना दल (S)” की नेता और यूपी की मिर्जापुर सीट से सांसद अनुप्रिया पटेल पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके जवाब में अनुप्रिया पटेल ने अपनी पार्टी की बैठक के दौरान पलटवार किया और अप्रत्यक्ष रूप से पल्लवी पटेल को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि जो भी षड्यंत्र रच रहे हैं, उनका जवाब संगठन की ताकत से दिया जाएगा।अनुप्रिया पटेल का यह भी कहना था कि संगठन की ताकत को बढ़ाने से सभी षड्यंत्रकारी चुपचाप एक कोने में बैठने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जब उनकी पार्टी और उनकी प्रतिष्ठा पर आंच आएगी, तो वे चुप नहीं रहेंगे और इसका विरोध करेंगे। यह बयान अनुप्रिया पटेल द्वारा अपने संगठन की ताकत और एकजुटता का प्रतीक है। उनका कहना है कि कोई भी षड्यंत्र या आरोप पार्टी की स्थिति को कमजोर नहीं कर सकता, जब तक संगठन मजबूत और एकजुट है।
अनुप्रिया पटेल ने अपनी पार्टी “अपना दल” (S) के खिलाफ चल रहे षड्यंत्र के बारे में जो बयान दिया है, उसमें उनका कहना है कि यह षड्यंत्र किसी अन्य पार्टी या व्यक्तियों के इशारे पर चल रहा है, जो सामाजिक न्याय और पिछड़ों, दलितों के अधिकारों के मुद्दे पर सवाल उठाने से असहज महसूस कर रहे हैं। सुप्रिया पटेल का यह भी कहना था कि जब भी उनका दल इन मुद्दों पर बात करता है, तो यह उन शक्तियों के लिए परेशानी का कारण बनता है जो अपनी स्थिति को खतरे में महसूस करती हैं। इसमें एक स्पष्ट संकेत है कि यह षड्यंत्र उन लोगों द्वारा चलाया जा रहा है जो “अपना दल” के सामाजिक न्याय के एजेंडे से असहमत हैं या जिनकी राजनीतिक स्थिति पर इस एजेंडे का असर पड़ सकता है।
सुप्रिया पटेल ने कहा कि जो लोग इस षड्यंत्र का हिस्सा हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि “अपना दल” अपने मुद्दों से पीछे नहीं हटेगा, और वह सामाजिक न्याय के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगा। यह बयान इस बात को दर्शाता है कि पार्टी अपने समर्थकों और शुभचिंतकों से इस समय समर्थन की उम्मीद कर रही है, और पार्टी के विरोधियों पर यह आरोप लगा रही है कि वे उनकी राजनीतिक ताकत को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। जब भी “अपना दल” पिछड़ों और दलितों के अधिकारों की बात करता है, तो कुछ ताकतें असहज हो जाती हैं, जो इस सामाजिक न्याय के एजेंडे के खिलाफ काम कर सकती हैं।