रायपुर। बस्तर के पत्रकार और यूट्यूबर मुकेश चंद्राकर की हत्या के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को एसआईटी (विशेष जांच दल) ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। सुरेश चंद्राकर 3 जनवरी से फरार था। एसआईटी ने उसे हैदराबाद में दबोच लिया। इस मामले में सुरेश चंद्राकर के अलावा उसके भाई रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। यह घटना बस्तर में पत्रकारिता से जुड़े एक महत्वपूर्ण मामले के रूप में सामने आई है, और पुलिस की ओर से मामले की गहन जांच की जा रही है।
मुकेश चंद्राकर नक्सल संबंधी कवरेज के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अप्रैल 2021 में बीजापुर में तकलगुडा नक्सली हमले के बाद माओवादियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसमें 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। उनकी मौत ने प्रशासन को हिलाकर रख दिया और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल के गठन की घोषणा की। शर्मा ने बताया “उनकी हत्या बस्तर क्षेत्र में शांति स्थापित करने के प्रयासों में एक बड़ी बाधा है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने उनकी हत्या की जांच के लिए बीजापुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस अधिकारी मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। शर्मा ने बताया पुलिस 3-4 सप्ताह में चार्जशीट दाखिल करेगी और अदालत से त्वरित सुनवाई का अनुरोध करेगी। प्रेस काउंसिल ने छत्तीसगढ़ सरकार से रिपोर्ट मांगी प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) ने मुकेश की हत्या पर चिंता व्यक्त की और राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी।
पीसीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया कि पीसीआई की अध्यक्ष न्यायमूर्ति रंजना प्रकाश देसाई ने बस्तर में मुकेश चंद्राकर की मौत का स्वत: संज्ञान लिया और राज्य सरकार से मामले के तथ्यों पर रिपोर्ट मांगी। इस गिरफ्तार से उम्मीद जताई जा रही है कि मामले में और स्पष्टता आएगी और पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के कारणों और अपराधियों के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी।