लुधियाना के जगराओं की दाना मंडी में राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए आप सरकार के खिलाफ विरोध रैली के दौरान पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेतृत्व ने घोषणा की कि अगले लोकसभा चुनावों के लिए इंडिया ब्लॉक के तहत आप के साथ कोई भी गठबंधन उन्हें अस्वीकार्य है। हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौजूदगी वाली रैली में यह घोषणा करने वाले नेताओं में विधायक परगट सिंह, पीपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा शामिल थे।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा कि उन्हें पंजाब में आप के साथ किसी भी तरह की बातचीत करने के लिए कांग्रेस आलाकमान की ओर से कोई आदेश नहीं दिया गया है, लेकिन अगर ऐसा कुछ हुआ तो वह ‘लड़ाई लड़ेंगे’। वारिंग ने यह भी कहा कि वह पंजाब कांग्रेस नेतृत्व और जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की भावनाओं को दिल्ली तक पहुंचाएंगे। पीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू साझा मंच से गायब थे, जिन्होंने पहले गठबंधन के पक्ष में बात की थी।
आशु ने कहा कि वह आत्महत्या करने (ऐसे गठबंधन का हिस्सा बनने) के बजाय लोकसभा चुनाव के दौरान घर पर बैठना पसंद करेंगे जबकि बाजवा ने घोषणा की एह रिश्ता सानू मंजूर नहीं (यह रिश्ता हमें स्वीकार्य नहीं है)। आशु ने मंच से बाजवा और वारिंग से पूछा, ”अगर यह गठबंधन हुआ तो आप किस मुंह से कार्यकर्ताओं से मिलेंगे?