
अमरावती। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने प्रौद्योगिकी के प्रति अपनी प्राथमिकता को लेकर एक-दूसरे की जमकर प्रशंसा की और एक-दूसरे को शासन के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी के उपयोग में ‘विशेषज्ञ’ बताया। अमरावती राजधानी परियोजना के पुनः शुरू होने पर दोनों नेताओं ने एक दूसरे की पीठ भी थपथपाई। पीएम मोदी ने वहां 94 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया, जिनमें राजधानी शहर के संस्थान, राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे उन्नयन और रक्षा संबंधी प्रतिष्ठान शामिल हैं, जिनकी कीमत 58,000 करोड़ रुपये है।
इसके बाद उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया। मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कुछ ऐसा कहा कि बगल में बैठे मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू अपने मुंह पर हाथ रखकर हंसने लगे। मोदी ने कहा, “अभी हमारे चंद्रबाबू जी प्रौद्योगिकी के संबंध में मेरी तारीफ कर रहे थे। लेकिन मैं आज एक रहस्य बताता हूं। जब मैं 2000 के दशक के शुरुआत में गुजरात का नया-नया मुख्यमंत्री बना था, (उस समय) हैदराबाद में चंद्रबाबू जी ने क्या-क्या कदम उठाए हैं, उसका मैं बहुत बारीकी से अध्ययन करता था। और मैं उससे बहुत कुछ सीखता था और आज मुझे उनको लागू करने का मौका मिला है और मैं उनको लागू कर रहा हूं।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने दक्षिणी राज्यों से बहुत कुछ सीखा है।
उन्होंने आगे कहा कि वह अपने अनुभव से कह सकते हैं कि चाहे भविष्य की तकनीक हो, बड़े पैमाने पर परियोजनाओं पर काम करना हो और उन्हें तेजी से लागू करना हो, नायडू यह काम बेहतरीन तरीके से कर सकते हैं। इससे पहले अपने भाषण में चंद्रबाबू नायडू ने मोदी की सराहना करते हुए कहा कि कोई भी अन्य राजनेता प्रौद्योगिकी को प्रधानमंत्री की तरह नहीं समझ सकता है तथा आंध्र प्रदेश प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेते हुए एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) और क्वांटम प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
नायडू ने कहा, “सर, मुझे आपको यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि टेक्नोलॉजी का मतलब सिर्फ नरेन्द्र मोदी जी हैं। कोई भी दूसरा राजनेता प्रौद्योगिकी को नहीं समझ सकता। सिर्फ मोदी जी ही प्रौद्योगिकी को समझ रहे हैं। सर, आप इस देश में सेमीकंडक्टर लेकर आए। आप इस देश को जेएएम मॉडल लेकर आए – जनधन, आधार, मोबाइल…।”
दूसरी तरफ पीएम मोदी ने आगे कहा कि आने वाले वर्षों में अमरावती सूचना प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, हरित ऊर्जा, स्वच्छ उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी शहर के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इन क्षेत्रों में आवश्यक बुनियादी ढांचे को रिकॉर्ड गति से पूरा करने में राज्य सरकार को मदद दे रही है। बता दें कि नायडू को अक्सर एक तकनीक प्रेमी नेता के रूप में देखा जाता है। उन्होंने हैदराबाद को आईटी और तकनीकी हब के रूप में विकसित किया था।
कार्यक्रम में राज्यपाल सैयद अब्दुल नजीर, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, केंद्रीय उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण, केंद्रीय मंत्रिपरिषद के कई सदस्य और राज्य सरकार के कई मंत्री, सांसद और विधायक तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आंध्र प्रदेश सही राह पर चल रहा है, आंध्र ने सही गति पकड़ ली है और इस गति को निरंतर तेज करते रहना है। उन्होंने कहा, “..और मैं कह सकता हूं, जैसा बाबू (चंद्रबाबू नायडू) ने तीन साल में अमरावती के निर्माण का जो सपना देखा है, इसका मतलब ये तीन साल के सिर्फ अमरावती की गतिविधि आंध्र प्रदेश राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (एसजीडीपी ) को कहां से कहां पहुंचा देगी, ये मैं साफ देख रहा हूं।