14 नवंबर को पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म दिवस होता है, जो भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। पंडित नेहरू का बच्चों के प्रति विशेष स्नेह और लगाव था, जिसके कारण उन्हें बच्चे “चाचा नेहरू” के नाम से पुकारते थे। उनका मानना था कि बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास समाज की प्रगति और भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उनकी इसी सोच को मान्यता देने के लिए, 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
नेहरू जी ने स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता के तौर पर अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया। स्वतंत्रता के बाद, उन्होंने एक नवनिर्मित भारत को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाने की दिशा में कई योजनाएं बनाई। उनका योगदान केवल राजनीतिक ही नहीं था, बल्कि उन्होंने शिक्षा, विज्ञान, और समाज में सुधार के लिए भी कई अहम कदम उठाए।
पंडित नेहरू का बालकों के प्रति प्यार और उनके अधिकारों के लिए की गई पहलें आज भी हमारे समाज में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। उनके योगदान को याद करते हुए, हर साल 14 नवंबर को बालकों के प्रति उनके समर्पण और उनके योगदान की सराहना की जाती है।