मनिका बत्रा ने डब्ल्यूटीसी चैंपियंस में एक नई उपलब्धि हासिल की है, जो भारतीय टेबल टेनिस के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। शनिवार को, उन्होंने इस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाकर पहली भारतीय खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया।
फ्रांस के मोंटपेलियेर में चल रहे इस टूर्नामेंट के प्री-क्वार्टर फाइनल में मनिका ने मात्र 29 मिनट में अपनी जीत दर्ज की, जो उनकी प्रतिभा और मेहनत का प्रमाण है। मनिका सालों से भारतीय टेबल टेनिस की पोस्टर गर्ल रही हैं और इस उपलब्धि ने उन्हें और भी ऊँचाईयों पर पहुंचा दिया है। उनकी इस सफलता से भारतीय टेबल टेनिस को नई प्रेरणा मिली है।
मनिका बत्रा ने डब्ल्यूटीसी चैंपियंस में रोमानिया की 14वीं रैंकिंग वाली बर्नाडेट के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए 29 मिनट में 11-9, 6-11, 13-11, 11-9 से जीत दर्ज की। यह उनकी कड़ी मेहनत और अनुभव का नतीजा है, क्योंकि उन्होंने इसी प्रतिद्वंदी को पेरिस ओलंपिक के प्री-क्वार्टर फाइनल में भी हराया था। अब मनिका का सामना चीन की कियान तियांयी से होगा, जिन्होंने अपनी हमवतन वांग यिडी को 11-7, 11-9, 13-11 से हराया।
इससे पहले, मनिका ने अमेरिका की लिली झेंग को एकतरफा मुकाबले में 3-0 से हराकर महिला सिंगल्स के प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। वह पेरिस ओलंपिक के एकल प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनकर इतिहास रच चुकी हैं। उस मुकाबले में उन्होंने 22 मिनट से भी कम समय में 11-4, 11-8, 12-10 के स्कोर से जीत हासिल की। मनिका की यह सफलता भारतीय टेबल टेनिस के लिए गर्व का विषय है।