
नई दिल्ली। तारीख: 7 अप्रैल 2012, जगह: सियाचिन ग्लेशियर के पास गयारी। पाकिस्तान के स्थानीय समय के अनुसार, तकरीबन 2 बज रहे होंगे जब सियाचिन ग्लेशियर टर्मिनस से 30 किमी पश्चिम में पाकिस्तान के कब्जे वाले गयारी में उसके एक सैन्य मुख्यालय पर भारी हिमस्खलन हुआ। करीब 12,385 फीट की ऊंचाई पर एक गहरी घाटी में स्थित गयारी बेस पाकिस्तान के सबसे अहम सैन्य बेसों में से एक है। 29 मई, 2012 को पाकिस्तान ने ऐलान या कि उसके 129 सैनिक और 11 नागरिक मारे गए। इसके पीछे एक साजिश थ्योरी ये दी जाती है कि भारत की काली परियोजना के चलते उसके फौजी मारे गए, जिसमें इतनी गर्मी थी कि ग्लेशियर की बर्फ पिघल गई। इससे पाकिस्तानी फौजियों को जान गंवानी पड़ी। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। ऐसे में माना जा रहा है कि भारत जवाबी कार्रवाई कर सकता है। इस बीव भारत ने सिंधु जल समझौता रोकने के बाद एक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के लिए एयरस्पेस बंद कर दिए।
14 जुलाई 2018 को संसद ने तत्कालीन भारत सरकार से पूछा कि क्या सशस्त्र बलों में KALI 5000 को शामिल करने का कोई प्रस्ताव है। तो इस पर भारत के पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने लोकसभा को लिखित में जवाब दिया कि वांछित जानकारी प्रकृति में संवेदनशील है और इसका खुलासा राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में नहीं है। सरकार ने KALI लेजर हथियार के परीक्षण की कोई जानकारी देने से भी इनकार कर दिया।
जब अप्रैल 2012 में पाकिस्तान के कब्जे वाले सियाचिन के गियारी सेक्टर में भयानक बर्फानी तूफान आया था और वहां एक ग्लेशियर का बड़ा हिस्सा गिर गया था, जिसमें पाकिस्तान आर्मी का बेस कैंप पूरी तरह तबाह हो गया था और उसके करीब 140 सैनिक भी मारे गए थे। जिसके बाद पाकिस्तान में यह आरोप लगाया गया कि भारत ने टेस्टिंग के तौर पर ग्लेशियर को पिघलाने के लिए अपने सीक्रेट हथियार ‘काली’ का इस्तेमाल किया है।
शुरुआत में काली को भारत के सुपर सोनिक विमानों की जांच के लिए तैयार किया गया था। पहले योजना बनाई गई थी कि काली को हमारे सेटेलाइट पर तैनात किया जाएगा। जिससे कि किसी भी परमाणु हमले की स्थिति में उन्हें कोई नुकसान ना पहुंचे। हमारे उपग्रह सूर्य की कॉस्मिक किरणों से भी सुरक्षित रहें। लेकिन साल 2004 में जब काली 5000 का निर्माण कर लिया गया, तब इसकी ऊर्जा संग्रहण और ऊर्जा विस्फोट की क्षमता को देखते हुए इसके इसे हथियार के तौर पर विकसित करने का भी फैसला किया गया।