वजन बढ़ने से बढ़ता है बीमारियों का खतरा

शरीर का वजन बढ़ने से बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है। इसे केवल पर्सनालिटी के लिए नुकसानदायक ना मानें, बल्कि यह आपके शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को खराब कर सकता है। हार्ट अटैक, स्ट्रोक, फैटी लिवर और यहां तक कि कैंसर का खतरा मोटापा बढ़ने से ज्यादा देखा गया है। वजन घटाने के दौरान आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि आपका फैट ही कम हो। क्योंकि मसल्स मास कम होने से कमजोरी, पोषण की कमी, लो इम्यूनिटी, सांस फूलना जैसी दिक्कत हो सकती है। इन समस्याओं से बचने और सही तरीके से पतले होने के लिए आपको 5 काम करने की जरूरत है। यह हेल्दी वेट लॉस करते हैं और आपको जल्दी व टिकाऊ रिजल्ट मिलता है।

वजन कम करने के लिए आपको कैलोरी डेफिशिएट में जाना होगा। इसके लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग सबसे अच्छा तरीका है। दिन में 12 घंटे खाएं और 12 घंटे फास्ट करें। इसके लिए आप शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक उपवास कर सकते हैं। वेट लॉस के लिए एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। अपने रूटीन में कार्डियो के साथ वेट ट्रेनिंग को शामिल करना ना भूलें। जहां कार्डियो कैलोरी बर्न करके वजन घटाने में मदद करती है, वहां वेट ट्रेनिंग मसल्स को मजबूत और टोन करती है।

डाइट में प्रोटीन फूड और हेल्दी कार्ब्स का अच्छा मिक्सचर रखें। प्रोटीन से भरी हरी सब्जियां, लीन मीट, दालें, फलियां, अंडा खाएं। इसके साथ चावल, कॉम्प्लैक्स कार्ब्स और फाइबर भी रखें। यह हेल्दी डायजेशन के लिए आवश्यक है, जिससे न्यूट्रिएंट एब्जोर्प्शन बढ़ता है। साथ में ट्रांस फैट, एल्कोहॉल और स्मोकिंग से दूर रहें।

पूरे दिन में हाइड्रेशन का ध्यान रखें। एक दिन में 2 से 3 लीटर फ्लूइड पीने का टारगेट रखें। इसमें सादा पानी, जूस, सूप आदि शामिल कर सकते हैं। मेटाबॉलिज्म, डायजेशन और सेल्स फंक्शन के लिए हाइड्रेट रहना आवश्यक है। हर दिन 7 से 8 घंटे की नींद लें और कोशिश करें कि यह अक्सर रात या फिक्स्ड रुटीन में हो। नींद लेने से शरीर रिपेयर होता है और बेहतर तरीके से काम करता है। गहरी नींद के लिए सोने से कम से कम 2 घंटे पहले डिजिटल डिवाइस का इस्तेमाल ना करें।

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