उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को स्वर्वेद महामंदिर धाम में आयोजित ‘विहंगम योग संत समाज’ की स्थापना के शताब्दी महोत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने एक्स पर एक आभार नोट भी पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने स्वर्वेद महामंदिर के भव्य निर्माण को लेकर सराहना की। योगी आदित्यनाथ ने लिखा कि यह मंदिर लाखों श्रद्धालुओं को भारत की योग परंपरा और आध्यात्मिक विरासत से जोड़ने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है, और इसके माध्यम से समाज को आध्यात्मिक जागरूकता का लाभ मिलेगा। अपने संबोधन में, मुख्यमंत्री ने एक गहरी बात कही: “हमारा देश सुरक्षित है तो हमारा धर्म भी सुरक्षित है, हमारा धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं।” इस बयान के माध्यम से उन्होंने देश की सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहर के महत्व को रेखांकित किया। स्वर्वेद महामंदिर के इस शताब्दी समारोह ने योग और अध्यात्म के महत्व को समाज में और अधिक बढ़ाने का अवसर प्रदान किया।
सीएम योगी ने कहा कि अच्छा नेतृत्व मिलता है तो सुखद परिणाम आते हैं। आज विरासत का सम्मान भी है तो विकास के माध्यम से लोककल्याण का बड़ा अभियान भी। योग की परंपरा को वैश्विक मंच पर ले जाने का श्रेय पीएम मोदी को जाता है। दुनिया के 175 से अधिक देशों के अंदर लोग योग के साथ जुड़े हैं। जब भी योग की चर्चा होगी, भारत के ऋषियों के प्रति श्रद्धा का भाव दुनिया के नागरिकों के मन में जुड़ेगा। पीएम मोदी ने 21 जून की तिथि को विश्व योग दिवस के रूप में कर दिया।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर 2023 को इस समारोह का शुभारंभ किया था। शताब्दी महोत्सव के अवसर पर उन्होंने स्वर्वेद महामंदिर का भव्य उद्घाटन भी करते हुए विहंगम योग संत समाज व स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के कार्यों की सराहना की थी। 2021 में भी पीएम मोदी के सानिध्य में इस पूरे कार्यक्रम में हमें सहभागी बनने का अवसर प्राप्त हुआ था। इस दौरान आचार्य स्वतंत्र देव जी महाराज, स्वतंत्र प्रवर विज्ञान देव जी महाराज, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर आदि मौजूद रहे।