चक्रवात ‘दाना’ की वजह से मौसम की स्थिति काफी गंभीर हो गई है, और इसके प्रभाव से कई रेल सेवाओं को रद्द करना आवश्यक हो गया है। 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाले चक्रवाती तूफान के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठने की आशंका है, जो तटीय इलाकों के लिए खतरा बन सकती हैं। चक्रवात ‘दाना’ के कारण रेल सेवाओं का रद्द होना यात्रियों के लिए एक बड़ा झटका है। यह तूफान 25 अक्टूबर को उड़ीसा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच पहुंचने की संभावना है, जिससे तटीय क्षेत्रों में खतरा बढ़ रहा है।
छत्तीसगढ़ में रेलगाड़ियों के संचालन का रद्द होना यात्रियों के लिए एक बड़ी समस्या है, और इससे प्रभावित यात्रियों को यात्रा की योजना में बदलाव करना पड़ रहा होगा। यह स्थिति सुरक्षा के लिहाज़ से भी महत्वपूर्ण है। दो मीटर ऊंची लहरें और 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाला चक्रवात गंभीर बाढ़ और क्षति का कारण बन सकता है। मौसम विभाग की भविष्यवाणियों के अनुसार, इस दौरान तटीय क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए सतर्कता बरतना अत्यंत आवश्यक होगा।
इस स्थिति में स्थानीय प्रशासन को भी सक्रिय रूप से तैयार रहना चाहिए, ताकि जरूरतमंदों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा सके और राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित किया जा सके।