
नई दिल्ली। अहमदाबाद में हुई भयावह एयर इंडिया विमान दुर्घटना के बाद, अमेरिका के शीर्ष परिवहन अधिकारियों ने कहा है कि अभी के लिए बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ानों को रोकने की कोई तात्कालिक आवश्यकता नहीं है। गुरुवार को अमेरिकी परिवहन सचिव सीन डफी और एफएए (फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन) के कार्यवाहक प्रशासक क्रिस रोशेलो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस दुर्घटना से जुड़े वीडियो क्लिप्स देखे हैं, लेकिन अभी तक ऐसा कोई तकनीकी या सुरक्षा डेटा नहीं मिला है जिससे यह साबित हो सके कि विमान मॉडल (बोइंग 787) में ही कोई अंतर्निहित खराबी है।
सीन डफी ने कहा, “उन्हें जमीन पर जाकर जांच करनी होगी। लेकिन फिलहाल, यह निष्कर्ष निकालना बहुत जल्दबाजी होगी। लोग वीडियो देखकर अंदाजा लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हुआ, लेकिन यह कभी भी एक मजबूत या समझदारी भरा तरीका नहीं होता।” डफी ने यह भी बताया कि एफएए और एनटीएसबी (नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड) बोइंग और इंजन निर्माता जीई एयरोस्पेस के साथ मिलकर इस दुर्घटना की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। अमेरिका की एक विशेषज्ञ टीम भारत के लिए रवाना हो चुकी है ताकि स्थानीय अधिकारियों की जांच में सहयोग कर सके।
क्रिस रोशेलो ने कहा, “जैसे-जैसे हम जांच की दिशा में आगे बढ़ेंगे, अगर हमें किसी भी तरह का सुरक्षा संबंधी जोखिम नजर आता है, तो हम तुरंत कार्रवाई करेंगे और उन जोखिमों को कम करने के उपाय करेंगे।” डफी ने स्पष्ट किया कि अमेरिका भारत में हो रही जांच में हर संभव मदद देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम तैयार हैं कि यदि जरूरत हो तो और विशेषज्ञ भेजें ताकि हमारे पास वह सटीक डेटा हो जो हमें यह सुनिश्चित करने में मदद करे कि यात्रियों की सुरक्षा बनी रहे। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी एक संदेश पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “जैसा कि हमेशा होता है, सुरक्षा सर्वोपरि है। इसी कारण हम एनटीएसबी के साथ मिलकर भारत की जांच में सहायता कर रहे हैं।”
डफी ने यह भी कहा कि “अगर जांच से कोई भी सुरक्षा सिफारिश निकलती है, तो हम उसे तुरंत लागू करेंगे। हम केवल तथ्यों के आधार पर काम करेंगे और जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे।” एफएए के कार्यवाहक प्रशासक रोशेलो ने भी कहा कि एफएए बोइंग और जीई के साथ मिलकर हर उपलब्ध डेटा की सावधानीपूर्वक समीक्षा कर रहा है।
इस बीच, अमेरिका की ओर से बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों को लेकर कोई उड़ान प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, लेकिन अधिकारियों ने कहा है कि वे इस दुर्घटना की तह तक जाएंगे और यदि कोई खतरा सामने आता है तो उसे दूर करने में देर नहीं की जाएगी।