मुख्य सचिव ने जेवर में बन रहे एयरपोर्ट का किया निरीक्षण

नोएडा। उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने जेवर में बन रहे नोएडा एयरपोर्ट का बुधवार को दौरान किया। इस दौरान वह एयरपोर्ट के काम में देरी पर नाराज दिखे। उन्होंने टर्मिनल बिल्डिंग, कार्गो स्थल सहित अन्य निर्माणाधीन स्थलों को अधिकारियों के संग देखा। मौके पर काफी काम पेंडिंग मिला है। करीब दो घंटे तक निरीक्षण और समीक्षा के बाद उन्होंने काम में क्वॉलिटी के साथ तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि स्थानीय अधिकारी इसकी नियमित समीक्षा करें। इसकी रिपोर्ट उन्हें दी जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि जल्द ही इसकी फाइनल डेडलाइन तय होगी। अधिकारियों ने मुख्य सचिव को रनवे, टर्मिनल भवन, कार्गो सुविधाओं व अन्य बुनियादी ढांचों के निर्माण की प्रगति के बारे में प्रजेंटेशन दिया। मुख्य सचिव ने कहा कि यह प्रॉजेक्ट यूपी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। यहां जल्द ही उड़ान संचालन की अंतिम समयसीमा घोषित की जाएगी। उन्होंने संबंधित एजेंसियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्यों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाए और गुणवत्ता से कोई समझौता न हो। जेवर एयरपोर्ट राज्य की अर्थव्यवस्था को नई गति देगा। युवाओं के लिए रोजगार और व्यापार के अवसर उपलब्ध कराएगा। एयरपोर्ट के काम को लेकर शासन गंभीर है। यह प्रॉजेक्ट लेट हो रहा है।

सका निर्माण कार्य सितंबर 2024 तक पूरा होना था, लेट होने पर इसे दिसंबर तक बढ़ा दिया गया। इसके बाद अप्रैल 2025 से उड़ान के दावे किए गए। अप्रैल में भी यह तैयार नहीं हो सका। अब भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ। लगातार काम लेट होने होने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाराज हैं। सीएम ने 10 मार्च को नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड, यमुना इंटरनैशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड, निर्माण कंपनी टाटा प्रॉजेक्ट और यमुना अथॉरिटी के अधिकारियों को लखनऊ तलब कर कड़ी नाराजगी जताई थी। सीएम ने मई तक कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए थे। सीएम के निर्देश पर मुख्य सचिव अब ये देखने आए हैं कि कितना काम हुआ है। अभी काफी काम बाकी है। मई में भी इनका पूरा होना संभव नहीं दिख रहा।

एयरपोर्ट के जून के बाद ही शुरू होने की उम्मीद है। डीजीसीए ने अभी तक एयरपोर्ट को एयरोड्रम लाइसेंस जारी नहीं किया है। इसके लिए यमुना इंटरनैशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने जनवरी में आवेदन किया था। अनुमान है कि 15 मई तक लाइसेंस मिल जाए। हालांकि यह काम की स्थिति पर भी निर्भर करेगा। इस दौरान यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह, डीएम मनीष वर्मा, ओएसडी और नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया, एसडीएम जेवर अभय कुमार सिंह, जेवर इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्रेलमैन, चीफ डिवेलपमेंट ऑफिसर निकोलस शेंक और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरन जैन मौजूद रहे।

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