संघ प्रमुख भागवत ने यूपी दौरे पर किया संवाद

लखनऊ। राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत पिछले कुछ दिनों से उत्‍तर प्रदेश के दौरे पर हैं। सबसे पहले वह बनारस के पांच दिवसीय प्रवास पर आए। फिर लखनऊ और लखीमपर खीरी में दो दिन बिताया। इसके बाद वह कानपुर और ब्रज क्षेत्र भी जाएंगे। उत्‍तर प्रदेश में अभी विधानसभा चुनाव होने में दो साल का वक्‍त है। लेकिन संघ की सक्रियता बढ़ गई है। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में मोहन भागवत ने हिंदुत्‍व के मुद्दे पर जोर दिया। उन्होंने स्वयंसेवकों से कहा कि संघ शताब्दी वर्ष में हिंदुत्‍व के एजेंडे को मजबूत करेगा। इसके लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।

दूसरी ओर, आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्‍णगोपाल ने कहा कि उत्‍तर प्रदेश की आर्थिक उन्‍नति के लिए औद्योगिक समूहों और श्रमिकों संगठनों को मिलकर सोचना होगा। केवल लड़ने से काम नहीं चलेगा। सबको साथ मिलकर सोचना होगा। मजदूर संघ सोचे कि उद्योग कैसे चले। वे बंद न हों। वहीं उद्योग चलाने वालों को भी देखना होगा कि मजदूरों को मजदूरी मिल रही है या नहीं।

संघ कार्यालय भारती भवन में आयोजित कार्यक्रम में मोहन भागवत ने संघ की शाखाओं का विस्तार करने और रूठे हुए कार्यकर्ताओं को मनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने संघ के कार्यकर्ताओं से बातचीत की। उन्होंने कहा कि संघ की स्थापना के 100 साल पूरे होने वाले हैं। इस मौके पर संघ हिन्दुत्व के विचारों को और भी ज्यादा लोगों तक पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि इस काम में सभी को मिलकर एक साथ काम करना होगा. जो लोग नाराज हैं, उन्हें भी मनाना होगा।

भागवत ने संघ की शाखाओं को बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर गांव में संघ की शाखा होनी चाहिए। शहरों में भी शाखाओं की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। शताब्दी वर्ष के दौरान स्वयंसेवक घर-घर जाकर संघ का इतिहास बताएंगे। लोगों को बताएंगे कि संघ कैसे बना और इसका क्या महत्व है। उन्होंने संघ के पदाधिकारियों, विचार परिवार के सदस्यों और लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षकों से भी बात की। उन्होंने कहा कि हर हाल में हिंदुत्‍व को बढ़ावा देना है। हिंदुत्‍व मजबूत होगा, तभी समाज मजबूत होगा।

लखनऊ के बाद संघ प्रमुख  मोहन भागवत ने लखीमपुर में गोला के मुस्तफाबाद स्थित कबीरधाम आश्रम में सत्संग को संबोधित किया। कबीरधाम आश्रम में मोहन भागवत ने संतों से मुलाकात की। उन्होंने उनके साथ बातचीत की। सत्संग में उन्होंने कहा कि पंथ और संप्रदाय झगड़े के लिए नहीं हैं। अगर पूजा ठीक से हो, तो कोई झगड़ा नहीं होगा। दुनिया के लिए व्यक्ति महत्वपूर्ण है। लेकिन हमारे लिए परिवार ही समाज की सबसे छोटी इकाई है।

इसी तरह, सह सरकार्यवाह डॉ कृष्‍णगोपाल ने कहा कि हमें उत्‍तर प्रदेश में बेरोजदारी दर घटाने पर ध्‍यान केंद्रित करना होगा। उन्‍होंने कहा कि प्रदेश का बजट आकार काफी बढ़ा है, मगर ग्रॉस जीडीपी का राष्‍ट्रीय और प्रदेश का अंतर पाटना होगा। उन्‍होंने यूपी सरकार के मंत्रियों से कहा कि इसे बढ़ाइए। अलग-अलग सत्रों में चली बैठक में संघ के आर्थिक समूह से जुड़े संगठन लघु उद्योग भारती, भारतीय मजदूर संघ, सहकार भारती, स्‍वदेशी जागरण मंच, किसान संघ और ग्राहक पंचायत के प्रांतीय पदाधिकारी जुटे। बैठक में बीजेपी के प्रदेश अध्‍यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह भी मौजूद रहे।

संघ की कक्षा में विभिन्‍न संगठनों के सवालों पर सरकार के मंत्रियों ने जवाब दिए। इस मौके पर वित्‍त मंत्री सुरेश खन्‍ना ने बताया कि 2025 में 8.08 करोड़ का बजट पेश हुआ जो कि 2017 में तीन लाख करोड़ काा था। सरकार लगातार उद्योगों सहित सभी वर्गों की बेहतरी के लिए प्रयासरत है।

Related Articles

Back to top button