तिल के बीज (Sesame Seeds) को अक्सर मिनरल्स का पावरहाउस कहा जाता है, क्योंकि इनमें अत्यधिक मात्रा में महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। तिल के बीजों का उपयोग प्राचीन काल से आयुर्वेद में किया जाता रहा है और यह विशेष रूप से कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक, कॉपर, फास्फोरस, और विटामिन्स जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
तिल के बीजों में कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में सहायक है। यह हड्डियों के विकास के लिए जरूरी है और हड्डी संबंधी समस्याओं जैसे ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों की कमजोरी) को रोकने में मदद करता है।
तिल के बीज आयरन का भी अच्छा स्रोत हैं। आयरन शरीर में खून के निर्माण में मदद करता है और एनीमिया जैसी समस्याओं को दूर करता है। आयरन की कमी से होने वाली थकान और कमजोरी को तिल के बीजों से दूर किया जा सकता है।
तिल के बीज में मैग्नीशियम की मात्रा भी अच्छी होती है, जो शरीर के मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र को आराम देने में मदद करता है। यह हृदय की सेहत के लिए भी महत्वपूर्ण है और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
तिल के बीज में जिंक भी पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, त्वचा की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है और शरीर के टिशूज को ठीक करने का काम करता है। तिल के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भी होते हैं, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं और शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
इसमें सेलेनियम पाया जाता है, जो थायरॉयड मरीजों के लिए लाभकारी है। इसको डाइट में शामिल करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। आप चटनी, सलाद और पराठों में डालकर भी खा सकते हैं।