दिल्ली बर्गर किंग हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन में बर्गर किंग आउटलेट पर गोलीबारी में 26 वर्षीय व्यक्ति की हत्या के मामले में नया मोड़ आया है। सूत्रों ने बताया कि पुर्तगाल के गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने अपनी एक महिला सहयोगी अनु को पीड़ित को आउटलेट में लाने का जिम्मा सौंपा था।
डॉन बनने की ख्वाहिशों से प्रेरित होकर 24 वर्षीय अनु ने अपराध की दुनिया में कदम रखा। इस महत्वाकांक्षा ने उसे कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के करीब ला दिया, जिसने बदले में उसे पूरी हत्या की साजिश को अंजाम देने का मौका दिया। जांच के दौरान पता चला कि हत्या के बाद फरार हुई अनु वास्तव में कई महीनों से लापता थी।
अनु के परिवार ने रोहतक के एक पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।पुलिस ने पाया कि महिला हरियाणा में कई मामलों का सामना कर रही है और राज्य पुलिस भी उसकी तलाश कर रही है।सूत्रों ने बताया कि अनु कुछ समय से हिमांशु भाऊ के साथियों के संपर्क में थी। वह उनसे मिलने जेल भी गई थी। पुलिस को संदेह है कि वह पीड़ित को बर्गर किंग आउटलेट पर लाने के लिए बिछाए गए जाल का हिस्सा थी।
दिल्ली पुलिस फिलहाल उसकी तलाश कर रही है। इससे पहले, गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पश्चिमी दिल्ली में हुई हत्या के पीछे जिम्मेदारी ली थी। गैंगस्टर ने दावा किया कि कुल 40 गोलियां चलाई गईं।उन्होंने कहा, “राजौरी गार्डन में मारा गया व्यक्ति हमारे भाई शक्ति दादा की हत्या में शामिल था और यह बदला लेने की कार्रवाई थी। इसमें शामिल अन्य सभी लोगों को भी जल्द ही निशाना बनाया जाएगा।”