उत्तर प्रदेश सरकार धार्मिक महत्व वाले शहरों के विकास पर फोकस करेगी। इसके लिए खास कार्ययोजना तैयार की जा रही है। पहले चरण में चार शहरों का चयन किया गया है, जहां अवस्थापना एवं सार्वजनिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इनमें विंध्याचल धाम से जुड़े मिर्जापुर, कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा, भगवान श्रीराम से जुड़े चित्रकूट और मां शाकुम्भरी धाम से जुड़े सहारनपुर शामिल हैं। कार्ययोजना तैयार करने की जिम्मेदारी नगर विकास विभाग को दी गई है। जल्द ही कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण मुख्यमंत्री के सामने किया जाएगा।
कार्ययोजना तैयार करने के लिए विभाग ने सभी संबंधित नगर निकायों से मौजूदा सुविधाओं की स्थिति का ब्योरा मांगा है। इन सभी शहरों में अयोध्या और बनारस की तर्ज पर विकास कार्य कराए जाएंगे। पहले चरण में शहरों का चयन इस प्रकार से किया गया है कि विकास के साथ ही धार्मिक एजेंडे का संदेश प्रदेश के सभी क्षेत्रों में दिया जा सके। इसलिए पश्चिम से सहारनपुर, ब्रज क्षेत्र से मथुरा, पूर्वांचल से मिर्जापुर और बुंदेलखंड से चित्रकूट का चयन किया गया है।
सरकार की कोशिश है कि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले सभी शहरों में काम शुरू कर दिया जाए। इन शहरों में भवनों और धार्मिक स्थानों को सजाने-संवारने के साथ ही अवस्थापना सुविधाओं का विकास कराया जाएगा। योजना का खाका तैयार करने के लिए लखनऊ के ही वास्तुविद मेसर्स एएनबी कंसल्टेंट का चयन किया गया है।
योजना के तहत चारों शहरों में सार्वजनिक सुविधाओं का विकास, मुख्य सड़कों की लैंडस्केपिंग, स्ट्रीट फर्नीचर लगाने के साथ प्रमुख चौराहों का विकास, शहरों के प्रमुख प्रवेश द्वारों का सुंदरीकरण, तीर्थयात्रियों के लिए अवस्थापना सुविधाओं की व्यवस्था, वेंडिग जोन का निर्धारण व विकास, यात्री विश्राम गृहों का निर्माण व पुराने का जीर्णोद्धार, पार्किंग की समुचित व्यवस्था और तालाबों का जीर्णोद्धार व रिवर फ्रंट का विकास कराया जाएगा।