
हनुमान जी की पूजा विधिपूर्वक करने से कार्य की सिद्धि और सफलता प्राप्त होती है। हनुमान जी को शक्ति, साहस, और निडरता के देवता माना जाता है, और उनका आशीर्वाद पाने के लिए विशेष पूजा विधि अपनाई जाती है। यहां एक सरल और प्रभावी पूजा विधि दी जा रही है, जिसे आप अपने कार्यों की सफलता के लिए कर सकते हैं:
सबसे पहले, एक स्वच्छ और शुद्ध स्थान पर पूजा करने के लिए स्थान तैयार करें। वहां एक चौकी रखें और उस पर हनुमान जी की मूर्ति या चित्र रखें। पूजा स्थल पर दीपक, अगरबत्तियाँ, फूल, पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर), और लवंग रखें।पूजा से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। शुद्ध मानसिकता से पूजा करने के लिए शांति से मन को स्थिर करें। हनुमान जी का ध्यान करें और उनका आह्वान करें।

हनुमान चालीसा का पाठ करें या निम्नलिखित मंत्र का जाप करें: "ॐ हं हनुमते नम:"
इस मंत्र का 108 बार जाप करना बहुत लाभकारी होता है। आप इसे माला से भी जाप कर सकते हैं।हनुमान जी को गुड़, चने, लड्डू, और फूल चढ़ाएं। यह माना जाता है कि हनुमान जी को चने और गुड़ विशेष प्रिय होते हैं। हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करना कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है।
हनुमान जी से विशेष प्रार्थना करें कि वे आपके कार्य में सफलता और समृद्धि दें। उनके चरणों में समर्पण भाव से प्रार्थना करें: “हनुमान जी, मेरी सभी परेशानियों और कार्यों में मदद करें। कृपया मुझे अपनी शक्ति और आशीर्वाद दें, ताकि मैं सफलता प्राप्त कर सकूं।” पूजा के बाद हनुमान जी के प्रसाद को परिवार के सभी सदस्यों में बांटें और स्वयं भी उसे खाएं।
हनुमान जी की पूजा हमेशा श्रद्धा और विश्वास के साथ करनी चाहिए। यदि आप सच्चे मन से उनकी पूजा करते हैं, तो वे आपको शीघ्र ही आशीर्वाद देंगे और आपके कार्य सफल होंगे। हनुमान जी की पूजा से शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से भी लाभ होता है। यह विधि न केवल कार्य की सिद्धि के लिए है, बल्कि जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी उपयुक्त है।