दुनियाभर में 20 मार्च को वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे मनाया जाता है। इसे विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस भी कहा जाता है। इस दिन को मनाए जाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन के प्रति जागरुक करना है। दांत-मसूड़ों और जीभ की सेहत का भी उतना ही ख्याल रखना जरूरी होता है, जिनका कि शरीर के बाकी अंगों का। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि कब और कैसे इस दिन को मनाने की शुरूआत हुई थी।
लोगों को मुंह की सफाई के प्रति जागरुक किए जाने के लिए हर साल वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे मनाए जाने की शुरूआत की गई। साल 2011 में पहली बार यह विचार FDI वर्ल्ड डेंटल फेडरेशन द्वारा वार्षिक वर्ल्ड डेंटल कांग्रेस के दौरान प्रस्तावित किया गया था। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया गया। जिसके बाद साल 2013 में 20 मार्च को पहली बार वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे मनाया गया था।
वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे यानी की विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य वयस्कों और बच्चों के बीच मुंह की स्वच्छता के बारे में जागरुकता बढ़ाना है। मुंह के रोगों का मुख्य कारण धूम्रपान, खानपान और खराब लाइफस्टाइल है।हर बार वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे पर एक नई थीम रखी जाती है। इस बार यानी की साल 2024 में ‘एक खुश मुंह एक खुश शरीर है’ थीम रखी गई है।