विश्व मधुमेह दिवस (World Diabetes Day) 14 नवंबर को मनाया जाता है, और इस वर्ष की थीम “बाधाओं को तोड़ना, अंतरालों को पाटना” है। इस थीम का उद्देश्य मधुमेह के शारीरिक और मानसिक प्रभाव को उजागर करना है और यह बताना है कि मधुमेह का प्रबंधन, नियंत्रण, और इसके प्रति जागरूकता कितनी महत्वपूर्ण है। यह जीवनशैली, संतुलित आहार, योग और शारीरिक व्यायाम के माध्यम से मधुमेह से लड़ने के उपायों को भी उजागर करता है। इस वर्ष की थीम में “बाधाओं को तोड़ना, अंतरालों को पाटना” का मतलब है कि हमें मधुमेह के प्रति अपनी सोच और दृष्टिकोण में बदलाव लाने की आवश्यकता है। यह समझना कि शारीरिक और मानसिक रूप से मधुमेह का प्रभाव किस प्रकार होता है, और इसके साथ बेहतर तरीके से जीने के लिए हम किस प्रकार के जीवनशैली परिवर्तन कर सकते हैं, इस पर जोर दिया गया है।
मधुमेह (Diabetes) का सही समय पर प्रबंधन और नियंत्रण न केवल बीमारी को रोके रखने में मदद करता है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार कर सकता है। इसके लिए स्वस्थ आहार, नियमित शारीरिक गतिविधि और योग का महत्व अत्यधिक है।मधुमेह एक गंभीर वैश्विक समस्या बन चुका है, और इसके प्रभाव से हर साल लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। आईडीएफ (International Diabetes Federation) के अनुसार:
- 2021 में लगभग 67 लाख लोगों की मधुमेह के कारण मृत्यु हुई।
- 53.7 करोड़ लोग इस समय मधुमेह से प्रभावित हैं, जो कि दुनिया की एक बड़ी जनसंख्या है (लगभग 10 में से 1 व्यक्ति)।
- यह संख्या भविष्य में और भी बढ़ने का अनुमान है: 2030 तक 64.3 करोड़ लोग और 2045 तक 78.3 करोड़ लोग मधुमेह से प्रभावित हो सकते हैं।
- असंतुलित जीवनशैली, खासकर खराब आहार, शारीरिक निष्क्रियता, और तनाव के कारण लगभग 54.1 करोड़ वयस्कों को टाइप 2 मधुमेह विकसित होने का खतरा है। हालांकि, यह एक ऐसी बीमारी है जिसे सही समय पर निदान और जीवनशैली में बदलाव से काफी हद तक रोका जा सकता है। यह भी सामने आया है कि लगभग 44 प्रतिशत (24 करोड़) मधुमेह से प्रभावित वयस्कों को अब तक इसका निदान नहीं हुआ है। इनमें से अधिकांश लोग टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित हैं, जिसे जीवनशैली में बदलाव, संतुलित आहार, योग और शारीरिक सक्रियता के माध्यम से रोका जा सकता है।
सर फ्रेडरिक बैंटिंग की भूमिका:
विश्व मधुमेह दिवस 14 नवंबर को मनाने का मुख्य उद्देश्य सर फ्रेडरिक बैंटिंग को श्रद्धांजलि देना है, जिन्होंने चार्ल्स बेस्ट के साथ मिलकर इंसुलिन की खोज की थी। 1921 में इंसुलिन की खोज से पहले, मधुमेह एक असाध्य बीमारी मानी जाती थी। उनके इस योगदान ने न केवल मधुमेह के उपचार के तरीके को बदल दिया, बल्कि लाखों जीवन बचाने का मार्ग प्रशस्त किया। मधुमेह एक वैश्विक महामारी बन चुकी है, लेकिन इसे जीवनशैली में बदलाव, आहार, व्यायाम और नियमित जांच के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है। विश्व मधुमेह दिवस का उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना और उन्हें इसके प्रबंधन के लिए सही उपायों के बारे में बताना है। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखें, और इस बीमारी को नियंत्रित करने के उपायों को अपनाएं।