आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके इस्तीफे के बाद 181 महिला हेल्पलाइन के बंद होने और दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) के प्रणालीगत क्षरण पर ध्यान देने का आग्रह किया है। अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में मालीवाल ने डीसीडब्ल्यू के सामने आने वाले कई मुद्दों को रेखांकित किया, जिनमें फंडिंग की कमी, बजट में कटौती और कर्मचारियों को हटाना शामिल है। मालीवाल ने यह भी कहा है कि आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा उन्हें राज्यसभा के लिए नामांकित किए जाने के बाद से डीसीडब्ल्यू प्रमुख का पद खाली था।
मालीवाल ने कहा कि मैं यह पत्र इस बात पर ध्यान दिलाने के लिए लिख रहा हूं कि जनवरी 2024 में अध्यक्ष पद से मेरे इस्तीफे के बाद से दिल्ली सरकार कैसे व्यवस्थित रूप से डीसीडब्ल्यू को खत्म कर रही है। यह बेहद अफसोस की बात है कि 2015 से मैंने जिन प्रणालियों को कड़ी मेहनत से बनाया था, उन्हें नष्ट किया जा रहा है। आप नेता ने कहा कि विश्व की बलात्कार राजधानी’ के रूप में कुख्यात शहर के मुख्यमंत्री के रूप में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा करने वाली प्रणालियों की सुरक्षा करना महत्वपूर्ण है।
मालीवाल ने कहा कि 181 महिला हेल्पलाइन का बंद होना भयावह था। उन्होंने जोर देकर कहा कि बलात्कार और अन्य अपराधों से बचे लोगों को पिछले 48 घंटों से महत्वपूर्ण सहायता के बिना छोड़ दिया गया है। मालीवाल का पत्र दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि 181 हेल्पलाइन अब डीसीडब्ल्यू के बजाय उनका विभाग चलाएगा। गहलोत ने यह भी कहा कि ट्रांजिशन के लिए नंबर कुछ दिनों के लिए बंद रहेगा।