तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने कहा कि हम लोगों के जनादेश को स्वीकार करते हैं। हमें अपेक्षित सीटें नहीं मिलीं लेकिन हम तीसरी बार सरकार बनाकर खुश हैं। हमें एनडीए गठबंधन की ओर से तमिलनाडु से सांसद भेजने की उम्मीद थी। हम कड़ी मेहनत करेंगे। अगर कोई गलती हुई है तो हम उसका विश्लेषण करेंगे और एक सप्ताह में इस पर चर्चा करेंगे। हम इंडी गठबंधन के सांसदों को अपनी शुभकामनाएं दे रहे हैं। हम राज्य में अच्छी योजनाएं लाने में सांसदों का समर्थन करेंगे। हम इस चुनाव को एक सबक के रूप में देखते हैं और हम पहले से बेहतर प्रदर्शन करेंगे और राज्य में आगामी चुनावों में अपने उम्मीदवारों को जिताएंगे।
पुलिस सेवा में सिंघम के नाम से मशहूर रहे तेज-तर्रार पूर्व आईपीएस अधिकारी के अन्नामलाई ने तमिलनाडु में भाजपा का जनाधार बढ़ाने का ऐसा कठिन काम अपने हाथों में लिया जिसे राजनीतिक पंडित लगभग असंभव मानते थे किंतु उनकी पदयात्रा से निश्चित ही इस दक्षिणी राज्य में उनकी पार्टी के पक्ष में कुछ हवा बनाने में मदद मिली। कोयम्बटूर लोकसभा सीट पर अन्नामलाई ने तगड़ी टक्कर दी और स्वयं भले ही दूसरे स्थान पर रहे लेकिन उन्हेांने अन्नाद्रमुक के एस जी रामचंद्रन को तीसरे स्थान पर धकेल दिया।
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष और कोयम्बटूर लोकसभा सीट से उम्मीदवार के अन्नामलाई भी चुनाव हार गए। उनको द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) से गणपति पी. राजकुमार ने पटखनी दी। अन्नामलाई 118068 वोटों से हार गए। गणपति को 568200 वोट मिले, जबकि अन्नामलाई को 450132 लोगों ने वोट दिया।