
विक्की कौशल की फिल्म ‘छावा’ बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर रही है, जिसमें उन्होंने छत्रपति संभाजी महाराज की भूमिका निभाई है। इसमें विनीत कुमार सिंह ने कवि कलश की भूमिका निभाई है। इस फिल्म में औरंगजेब की क्रूरता दिखाए जाने को लेकर उठे सवाल पर उन्होंने करारा जवाब दिया है। विक्की कौशल की फिल्म ‘छावा’ इस वक्त बॉक्स ऑफिस पर दंगल मचाए हुए है। फिल्म की कहानी से लेकर सितारों की एक्टिंग तक को लेकर चर्चा खूब हो रही है। इस फिल्म ने अब तक वर्ल्डवाइड 650 करोड़ रुपये से अधिक कमाई कर डाली है। फिल्म में विक्की कौशल ने छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे छत्रपति संभाजी महाराज की भूमिका निभाई है। वहीं इस फिल्म में उनके खास दोस्त कवि कलश के रूप में एक्टर विनीत कुमार सिंह दर्शकों के दिलों में उतरने में कामयाब रहे हैं। इस फिल्म में संभाजी महाराज के साथ दिखाई गई क्रूरता को लेकर अब विनीत कुमार सिंह ने बात की है।
इस फिल्म की रिलीज और सफलता के साथ कुछ लोगों ने ये भी कहा कि इसमें ऑरंगजेब को बदनाम किया गया है और हिंसा को काफी अधिक दिखाया गया है। विनीत कुमार सिंह से सवाल किया गया कि क्या उन्होंने औरंगजेब के बारे में प्रॉपर पढ़ा था? क्या शिवाजी सावंत जी के नॉवल को आपने पढ़ा था? क्या जो दिखाया गया है फिल्म में उससे इत्तेफाक रखते हैं अभी भी? या आपको लगता है कि नहीं, ऐसी फिल्में समाज में लोगों को बांटती हैं?
इस पर विनीत कुमार सिंह ने कहा, ‘जरूरी नहीं हैं कि ये दो ही ऑप्शन हो विचारधारा के लिहाज से। मैं एक कलाकार हूं। मेरी टीम में हेयरमेकअप, मेरा एक पर्सनल बॉय और ड्राइवर और मैनेजर। जब काम कर रहा होता हूं तो सब बहुत बिजी रहते हैं। मेरे पास कोई ऐसी टीम नहीं है कि हम लगकर स्क्रिप्ट आ गई है और इसपर 5 साल रिसर्च करेंगे। क्योंकि अगर मैं ये प्रक्रिया में गया तो मुझे लगता है कि मैं जीवन में 5 पिक्चर भी कर लूं तो बड़ी बात है। मैं हमेशा ये मानकर चलता हूं कि डायरेक्टर और प्रड्यूसर ने खूब सारी चीजें सोची होंगी। मैं अच्छे काम की तलाश में रहता हूं। एक एक्ट के तौर पर अच्छी कहानियों का हिस्सा बनना चाहता हूं, अच्छे डायरेक्टर के साथ काम करना चाहता हूं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं खुद देख रहा हूं कि पूरा विभाग लगा हुआ है उस पूरी चीज के बारे में तफ्तीश करने में, छानबीन करने में। कई बार कई साल निकल जाते हैं और कई चीजों में परिणाम नहीं निकल पाए। मैं एक कलाकार हूं, मैं कितना शोध कर पाऊंगा। अब छावा जो कहानी है, छत्रपति संभाजी महाराज और कवि कलश जी की समाधि पर पिक्चर शुरू होने के पहले मैं गया था। वहां जाकर मैं समय बिताया और आधा दिन रहा हूं। समाधि के पास बैठा हूं बहुत वक्त तक। वहां बहुत सारे पुराने लोगों से बातें भी की तो उन्होंने बहुत सारी कहानियां बताईं। वो जो क्रूरता हुई थी, उसका एक हिस्सा ही आप देख पाए हैं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘एक महीने से ज्यादा वक्त तक किसी को आप टॉर्चर कर रहे हो, आप उसको अगर शूट करोगे तो समझ रहे हो कि आपको क्या देखने को मिलेगा? मैं डॉक्टर रहा हूं, मैंने देखा है इमर्जेंसी में जब लोग आते हैं, उन्हें चोट लगी होती है, उनका घाव क्लीन करने के लिए जब हम एंटीसेप्टिक चीजें लगाते हैं तो लोग बाप-बाप चिल्लाते हैं। जिसको बोलते हैं न कि नानी याद आ जाती है। उन्हें हाथ लगाते हैं न तो वो चीखें मैंने सुनी हैं। यहां बदन को छीलकर उसपर नमक लगाया जा रहा है, आप समझ रहे हो? बहुत सारी कहानियां आप सुन सकते हो, लोगों से मिलकर बात कर सकते हो। मैं गया था आशीर्वाद लेने के लिए कि मैं जो ये करने जा रहा हूं, मेरी जो क्षमता है एक एक्टर के तौर पर उसमें कोई कमी न रह जाए। उसके बाद मैंने यात्रा शुरू की।’
आगे उन्होंने कहा, ‘मैं स्क्रिप्ट को बतौर एक्टर फॉलो करता हूं, एक बार मैंने डायरेक्टर, प्रड्यूसर को हां कर दिया तो मैं सरेंडर कर देता हूं। अब वो जो भी लिखा है, उसके दायरे में मुझे जो भी बदलना है वो मैं करूंगा।’ बता दें कि ‘छावा’ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही है। इसने 22 दिनों में वर्ल्डवाइड 670.00 करोड़ की कमाई की है।