नई दिल्ली. दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाईअड्डे पर आने और जाने वाली सैकड़ों उड़ानों को रविवार को घने कोहरे के कारण भारी देरी का सामना करना पड़ा. इसी के मद्देनजर, केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को बताया कि भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं.
सिंधिया ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “14 जनवरी को दिल्ली में अभूतपूर्व कोहरा देखा गया, जिसमें दृश्यता में कई घंटों तक उतार-चढ़ाव आया और कई बार सुबह 5 बजे से 9 बजे के बीच दृश्यता शून्य तक गिर गई.”
उन्होंने कहा, “इसलिए, अधिकारियों को CAT III रनवे पर भी कुछ समय के लिए परिचालन बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा (CAT III रनवे शून्य-दृश्यता संचालन को संभाल नहीं सकता है). यह निर्णय यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया था क्योंकि एविएशन इकोसिस्टम में जो सबसे महत्वपूर्ण है वो है सभी के लिए प्राथमिकता.”
गंभीर मौसम स्थितियों से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने के लिए, सिंधिया ने उठाए गए कदमों और भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तैयार की है. उन्होंने बताया…दिल्ली हवाई अड्डे को मौजूदा कैट III रनवे के पूरक, कैट III-सक्षम चौथे रनवे के संचालन में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है. इसका लक्ष्य, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा निर्धारित अनुमोदन मानकों को पूरा करना है.डीजीसीए जल्द ही एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करेगा जिसका उद्देश्य एयरलाइंस के लिए संचार और यात्री सुविधा को बढ़ाना है. इस उपाय का मकसद प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण उड़ान रद्द होने और देरी के कारण होने वाली यात्रियों की परेशानी को कम करना है.