नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों ने उस स्थान पर विरोध प्रदर्शन किया जहां दिल्ली की जल मंत्री आतिशी जल संकट को लेकर अपना अनिश्चितकालीन अनशन जारी रखे हुए हैं। सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स अपनी नौकरी बहाल करने की मांग कर रहे हैं। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि आज, कुछ लोग मेरे विरोध स्थल पर अराजकता पैदा करने, अशांति पैदा करने, मुझ पर हमला करने के लिए आए थे, लेकिन मैं भाजपा को बताना चाहती हूं कि मैं गांधी जी द्वारा सिखाए गए सत्याग्रह के रास्ते पर चल रही हूं।
आतिशी ने कहा कि मैं नहीं चलूंगा इस तरह की चीजों से डरें। मैं ऐसे कार्यों से अपना सत्याग्रह समाप्त नहीं करने जा रही हूं।’ जब तक दिल्ली के 28 लाख लोगों को उनके वाजिब हिस्से का पानी नहीं मिल जाता, तब तक यह सत्याग्रह जारी रहेगा। मंत्री का अनिश्चितकालीन अनशन शुक्रवार को शुरू हुआ और उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा यमुना नदी में दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को हरियाणा ने 11 करोड़ गैलन प्रतिदिन (एमजीडी) कम पानी छोड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘एक एमजीडी पानी से 28,000 लोगों को जलापूर्ति होती है। 100 एमजीडी पानी की कमी का मतलब है कि दिल्ली में 28 लाख लोगों को पानी नहीं मिल रहा है।’’ जल मंत्री ने कहा कि दिल्ली को पानी के लिए पड़ोसी राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों से नदियों और नहरों के जरिए उसे 1,005 एमजीडी पानी मिलता है जिसमें से हरियाणा 613 एमजीडी पानी मुहैया कराता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जारी भीषण गर्मी के बीच हरियाणा कुछ सप्ताह से 513 एमजीडी पानी ही दे रहा है जिस कारण 28 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो रहे हैं।