
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित शाइन सिटी ठगी कांड की जांच कर रही आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने शाइन सिटी के मुख्य संचालक राशिद नसीम के सबसे करीबी और फरार चल रहे सहयोगी तेज नारायण शुक्ला को मथुरा से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लंबे समय से फरार था और उस पर 25000 रुपये का इनाम भी घोषित था। इसका लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास है, इसके खिलाफ 10 मुकदमे दर्ज है।
जांच में सामने आया है कि तेज नारायण शुक्ला शाइन सिटी की कुख्यात बाहुबली टीम का अध्यक्ष था और निवेशकों को बहला-फुसलाकर फर्जी योजनाओं में पैसे लगवाता था। आरोपी के खिलाफ लखनऊ के थाना गोमती नगर में धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120बी आईपीसी के तहत मामला दर्ज है। इसके अलावा दो और केस में भी वह वांछित था, जिनकी जांच भी EOW कर रही है। दोनों मामलों में अदालत ने आरोपी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर रखा था।
पूछताछ में तेज नारायण ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। मुख्य आरोपी राशिद नसीम फिलहाल दुबई में सक्रिय है और वहां से जैनिथ इन्फ्रा नाम की नई कंपनी चला रहा है। 2019 में जब शाइन सिटी घोटाला उजागर हुआ था तो राशिद नेपाल भाग गया था। उसी दौरान तेज नारायण भी कुछ अन्य सदस्यों के साथ नेपाल गया था, जहां नेपाल पुलिस ने उसे करीब 30 दिन तक हिरासत में रखा था। वहां से छूटने के बाद में वो वापस लौट आया था। जबकि राशिद नेपाल से सीधे दुबई भाग गया था।
तेज नारायण शुक्ला पर 10 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह वर्तमान में मथुरा के वृंदावन में ओमेक्स इंटरसिटी के नाम से रियल एस्टेट कंपनी चला रहा था। आरोपी के खातों में शाइन सिटी से सीधे तीन करोड़ रुपये ट्रांसफर होने के प्रमाण EOW को मिले हैं। यह रकम फर्जी निवेश योजनाओं के जरिए हड़पी गई थी।
शाइन सिटी का नेटवर्क बेहद संगठित था। इसमें राशिद नसीम ने स्पार्टन, बाहुबली, टाइगर, जगुआर और सिंघम जैसी टीमों का गठन कर रखा था। इन टीमों के सदस्य ठगी को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम देते थे। बाहुबली टीम का अध्यक्ष होने के नाते तेज नारायण की भूमिका काफी अहम थी।
ईडी भी कर रही जांच
शाइन सिटी के खिलाफ प्रदेश भर में 500 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी गई थी और अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी आर्थिक पहलुओं की जांच कर रहा है। ईडी की रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट ने शाइन सिटी के सरगना राशिद नसीम को भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम, 2018 के तहत फ्यूजिटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर घोषित कर दिया है। वहीं तेज नारायण की गिरफ्तारी से उम्मीद की जा रही है कि शाइन सिटी के बहुस्तरीय ठगी नेटवर्क का जल्द ही पूरी तरह भंडाफोड़ हो सकेगा।