
नई दिल्ली। आदित्य बिड़ला ग्रुप की प्रमुख कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट की झोली में एक और सीमेंट कंपनी आ गई है। देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी अब केसोराम इंडस्ट्रीज का अधिग्रहण करने जा रही है। केसोराम इंडस्ट्रीज, बीके बिड़ला ग्रुप की कंपनी है। इसके लिए शेयरों की अदला-बदली का अनुपात 1:52 तय हुआ है। यानी केसोराम के 52 शेयरों के बदले अल्ट्राटेक का एक शेयर मिलेगा। यह अधिग्रहण योजना 1 मार्च से लागू होगी। अल्ट्राटेक इसके साथ ही वायर एंड केबल बिजनस में भी एंट्री करने जा रही है। कंपनी 1,800 करोड़ रुपये के निवेश से इस सेक्टर में उतरने जा रही है। कंपनी ग्राहकों को निर्माण से जुड़ी हर चीज एक ही जगह देना चाहती है।
इस डील के लिए केसोराम की कुल वैल्यू लगभग 7,600 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसमें कंपनी की संपत्ति और कर्ज दोनों शामिल हैं। डील के तहत अल्ट्राटेक इस कंपनी का लगभग 1,700 करोड़ रुपये का कर्ज भी अपने ऊपर लेगी। केसोराम के सीमेंट बिजनस में कर्नाटक के सेदम और तेलंगाना के बसंतनगर में दो सीमेंट फैक्ट्रियां हैं। इनकी कुल क्षमता 10.7 मिलियन टन प्रति वर्ष है। इस विलय के बाद अल्ट्राटेक की सीमेंट उत्पादन क्षमता बढ़कर 149 एमपीटीए हो जाएगी। अडानी ग्रुप की ऑपरेशनल कैपेसिटी 89 एमपीटीए है और उसका लक्ष्य 2028 तक 140 एमपीटीए तक पहुंचना है।
अल्ट्राटेक साथ ही गुजरात के भरूच में एक वायर और केबल कारखाना लगाएगी। यह कारखाना दिसंबर 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इस कदम से आदित्य बिड़ला ग्रुप वायर और केबल इंडस्ट्री में प्रवेश करेगा। यह एक तेजी से बढ़ता हुआ उद्योग है। वित्त वर्ष 2019 और 2024 के बीच इस इंडस्ट्री की सालाना वृद्धि दर लगभग 13% रही है। इस सेक्टर में अल्ट्राटेक का मुकाबला फिनोलेक्स केबल्स, आरआर केबल, पॉलीकैब इंडिया और स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज जैसी बड़ी कंपनियों से होगा।