
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इंदौर के जिला प्रशासन ने कथित लव जिहाद की फंडिंग के मामले में फरार चल रहे कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगा दिया है। प्रशासन ने अनवर कादरी को एनएसए के तहत गिरफ्तार किए जाने का आदेश जारी किया है।
अधिकारियों ने बताया कि जिलाधिकारी आशीष सिंह ने सार्वजनिक शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ डकैत को एनएसए के तहत गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया है। कादरी के खिलाफ शहर के अलग-अलग पुलिस थानों में 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या के प्रयास और आपराधिक धमकी से लेकर शस्त्र अधिनियम, मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम और यहां तक कि राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के तहत दर्ज केस शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इनमें से एक मामला पिछले महीने दर्ज किया गया था जिसमें कांग्रेस पार्षद पर पैसों के बल पर धर्मांतरण की साजिश में शामिल होने का आरोप है। इस मामले में कादरी की गिरफ्तारी पर एक पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के दो युवकों-साहिल शेख और अल्ताफ शाह ने पुलिस की पूछताछ में कथित तौर पर स्वीकार किया था कि युवतियों को प्रेम जाल में फंसाकर धर्मांतरित कराने के लिए उन्हें कादरी ने कुल तीन लाख रुपये दिए थे। यह रकम उन्होंने युवतियों पर खर्च की थी।
अधिकारी ने बताया कि दोनों युवकों को अलग-अलग मामलों में दो युवतियों से दुष्कर्म और अन्य आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। दोनों युवकों के बयान के आधार पर कादरी के खिलाफ धन के दम पर धर्मांतरण की साजिश में शामिल होने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था।यह मामला दर्ज होने के बाद सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस पार्षद पर ‘लव जिहाद’ का गिरोह संचालित करने का आरोप लगाते हुए एनएसए के तहत उसकी गिरफ्तारी की मांग की थी।