
अहमदाबाद। आईपीएल 2025 में एक हफ्ते के ब्रेक के बाद गुजरात टाइटंस की टीम मैदान पर फिर से उतरने को तैयार है। बेहतरीन लय में चल रही शुभमन गिल की टीम का सामना दिल्ली कैपिटल्स से होगा। यह मैच गुजरात टाइटंस के घरेलू मैदान अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर होगी। दिल्ली कैपिटल्स अभी पॉइंट्स टेबल में टॉप पर चल रही है। गुजरात टाइटंस भी ज्यादा पीछे नहीं है और 8 पॉइंट के साथ तीसरे नंबर पर है।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच पारंपरिक रूप से बल्लेबाजों के लिए मददगार रही है। यह एक हाई-स्कोरिंग ग्राउंड रहा है। भले ही गुजरात और दिल्ली का यह मुकाबला दिन में खेला जाएगा, लेकिन रन बनने की उम्मीद है। यहां टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करना पसंद करेगी क्योंकि शाम होने के बाद बैटिंग और भी ज्यादा आसान हो जाती है। पहले खेलने वाली टीम अगर 200 से कम का स्कोर बनाती है तो उसके लिए जीत की उम्मीद काफी कम हो जाएगी।
आईपीएल में अब तक गुजरात टाइटंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच कुल 5 बार भिड़ंत हुई है। इन मुकाबलों में दिल्ली कैपिटल्स का पलड़ा गुजरात टाइटंस पर भारी रहा है। गुजरात टाइटंस ने जहां दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 2 मैच में जीत हासिल की है, वहीं उसे 3 मुकाबलों में शिकस्त का सामना करना पड़ा है। पिछले साल दिल्ली गेंदबाजों ने गुजरात के बल्लेबाजों को इसी मैदान पर 89 रनों पर समेट दिया था।
गुजरात टाइटंस के लिए टॉप 3 बल्लेबाज शुभमन गिल, साई सुदर्शन और जोस बटलर कामयाबी की सबसे बड़ी वजह बनकर उभरे हैं। हर मैच में टॉप 3 में से किसी न किसी बल्लेबाज ने अर्धशतक जरूर जड़ा है। यही नहीं, इस सीजन में टॉप 3 बल्लेबाजों का औसत सबसे ज्यादा 47.2 का है, जो इस सीजन किसी भी टीम से बेहतर है। जीटी के टॉप 3 बल्लेबाजों ने मिलकर अब तक 755 रन बनाए हैं, जो एलएसजी (881) के बाद सबसे ज्यादा हैं। इसके अलावा, जीटी के टॉप 3 बल्लेबाजों ने लगातार लंबी पारियां खेली हैं। पहले मुकाबले में बटलर 18वें ओवर में आउट हुए, दूसरे में सुदर्शन 18वें ओवर तक टिके, तीसरे और चौथे मैच में बटलर और गिल नाबाद लौटे। पांचवें मैच में सुदर्शन 19वें ओवर तक खेले और छठे मुकाबले में बटलर 17वें ओवर में आउट हुए।
दिल्ली के ओपनर जैक फ्रेजर-मैकगर्क की कमजोरियां अब सबके सामने आ चुकी हैं। गेंदबाज इस पैटर्न का भरपूर फायदा उठा रहे हैं। वह छह में से पांच बार तेज गेंदबाजों के खिलाफ आउट हुए हैं और हर बार गेंद ऑफ स्टंप के बाहर गिरकर गई है। सबसे बड़ा पैटर्न यह उभरा है कि 80% बार वो आउटस्विंग गेंदों पर आउट हुए हैं। उनका एक सामान्य व्यवहार यह रहा है कि वे ऑफ स्टंप के बाहर से आती आउटस्विंग गेंदों को लेग साइड की ओर खेलने की कोशिश करते हैं, जिससे शॉट अक्सर मिसटाइम हो जाता है और कैच दे बैठते हैं।
राजस्थान रॉयल्स को सुपर ओवर में हराकर दिल्ली के हौसले बुलंद है। दिल्ली ने दबाव में जीत दर्ज की और उसके शिल्पकार रहे स्टार्क। ऑस्ट्रेलिया के बायें हाथ के इस तेज गेंदबाज ने 20वें ओवर में सटीक यॉर्कर डालने के अलावा सुपर ओवर भी फेंका। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बाद चैम्पियंस ट्रॉफी नहीं खेलने वाले स्टार्क पूरी तरह से तरोताजा होकर आईपीएल में उतरे हैं। अभी तक दस से ऊपर की इकॉनामी से दस विकेट ले चुके स्टार्क दिल्ली के तेज आक्रमण की अगुवाई कर रहे हैं जिसमें मुकेश कुमार और मोहित शर्मा भी हैं। गुजरात के मध्यक्रम को किसी कठिन परीक्षा से गुजरना नहीं पड़ा और जब लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ इसकी नौबत आई तो वे नाकाम रहे। दिल्ली अगर गुजरात के शीर्षक्रम को जल्दी रवाना कर देती है तो मध्यक्रम की कमजोरी की कलई फिर खुल जाएगी।