रायपुर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के नक्सल प्रभावित सोरनामाल जंगल में शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने बड़ी कार्रवाई की और तीन नक्सलियों को मार गिराया। यह ऑपरेशन डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीमों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मुठभेड़ में छत्तीसगढ़ और ओडिशा के लगभग 300 सुरक्षा बल शामिल थे।
पुलिस अधीक्षक (एएसपी) जितेंद्र चंद्राकर ने पुष्टि की कि सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए हैं। यह कार्रवाई नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे सुरक्षा बलों के अभियान का हिस्सा है, जो इस क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों को खत्म करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। मुठभेड़ के दौरान सेना ने तीन नक्सलियों को मार गिराया है। जवानों ने तीनों के शव बरामद कर लिए हैं।
तलाशी के दौरान हथियार भी बरामद हुए हैं। फिलहाल जवानों की टीम मौके पर है। मारे गए नक्सलियों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। संभावना जताई जा रही है कि इन नक्सलवादियों के सिर पर बड़ा इनाम हो सकता है. नक्सलियों के शवों को मुख्यालय लाकर उनकी पहचान की जायेगी। 23 दिसंबर को नक्सलियों के साथ गोलीबारी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो कोबरा कमांडो घायल हो गए।
अधिकारियों के अनुसार, गोलीबारी तब हुई जब बल छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के वन क्षेत्र में स्थापित एक अग्रिम अड्डे की सुरक्षा कर रहे थे। यह घटना सीआरपीएफ के गोमगुडा फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी) पर हुई। अधिकारियों के अनुसार, घटना सुबह करीब साढ़े सात बजे सामने आई जब कोबरा 206 बटालियन सुदूर जंगली इलाके में नए स्थापित बेस की सुरक्षा कर रही थी।
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में स्थित सुकमा का पुर्वती गांव शीर्ष नक्सली नेताओं का घर होने और नक्सली गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कुख्यात है। पिछले सप्ताह गांव को पहला टेलीविजन मिला। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने जोर देकर कहा कि अब राज्य के हर गांव तक विकास पहुंचेगा।