विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा शासित केंद्र सरकार ने उन पर हमला किया और उनका घर छीन लिया। उन्होंने कहा कि देश ने मिलकर संविधान की रक्षा की है, अच्छा लगता कि बीजेपी के लोग अब मेरे बाद ‘जय संविधान’ दोहराते। उन्होंने कहा कि भारत के विचार, संविधान और भाजपा द्वारा प्रस्तावित विचारों का विरोध करने वाले लाखों लोगों पर एक व्यवस्थित, पूर्ण पैमाने पर हमला किया गया। हममें से कई लोगों पर व्यक्तिगत हमला किया गया, जिनमें मैं भी शामिल हूं।
राहुल ने कहा कि भारत के विचार संविधान और संविधान पर हमले का विरोध करने वाले लोगों पर एक व्यवस्थित और पूर्ण पैमाने पर हमला किया गया है। हममें से कई लोगों पर व्यक्तिगत हमले किए गए। कुछ नेता अभी भी जेल में हैं। उन्होंने कहा कि जिस किसी ने भी सत्ता और धन के केंद्रीकरण, गरीबों, दलितों और अल्पसंख्यकों पर आक्रामकता के विचार का विरोध किया, उसे कुचल दिया गया। भारत सरकार के आदेश से, भारत के प्रधानमंत्री के आदेश से मुझ पर हमला किया गया…इसका सबसे सुखद हिस्सा ईडी द्वारा 55 घंटे की पूछताछ थी।
राहुल गांधी ने दावा किया कि पीएम कहते हैं कि (महात्मा) गांधी मर चुके हैं और गांधी को एक फिल्म द्वारा पुनर्जीवित किया गया था। क्या आप अज्ञानता को समझ सकते हैं?… एक और बात जो मैंने देखी वह यह है कि सिर्फ एक धर्म नहीं है जो साहस की बात करता है। सभी धर्म साहस की बात करते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा और डर खत्म करने की बात की है…लेकिन, जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वे केवल हिंसा, नफरत, असत्य की बात करते हैं…आप हिंदू हैं ही नहीं। इसके बाद सदन में हंगामा मच गया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान उन्हें टोका भी।