
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीते दिनों हुई झमाझम बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सड़कों पर जलभराव की समस्या पैदा हो गई तो नदियां भी उफान पर आ गईं। हालांकि इस बारिश से प्रदेशवासियों को गर्मी और उमस से राहत जरूर मिली, लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि यह राहत अब ज्यादा दिन टिकने वाली नहीं है। 6 अगस्त के बाद से प्रदेश में भारी बारिश की संभावना नहीं है और फिर से गर्मी व उमस बढ़ने लगेगी।
मौसम विभाग के अनुसार, 6 अगस्त को पश्चिमी यूपी में कई स्थानों पर बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं पूर्वी यूपी में कुछ ही स्थानों पर हल्की बारिश के आसार हैं। इस दौरान पश्चिमी यूपी के बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि, पूर्वी यूपी में भारी बारिश की संभावना नहीं है।
मॉनसून द्रोणी फिलहाल अमृतसर, पटियाला, मुजफ्फरनगर से होते हुए खीरी, वाल्मीकि नगर होते अरुणाचल प्रदेश तक सक्रिय है। उत्तरी पश्चिमी यूपी से लेकर गुजरात और अरब सागर तक एक अन्य द्रोणी बनी हुई है। मध्य क्षोभमंडल में पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है, जिसके चलते 5 अगस्त तक उत्तरी यूपी में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। इसके बाद बारिश की तीव्रता और क्षेत्रीय वितरण में कमी आ जाएगी।
बिजनौर में 245 मिमी, नजीबाबाद (टी) (बिजनौर) में 223.4 मिमी, नगीना (बिजनौर) में 175 मिमी, कांठ (मुरादाबाद) में 170 मिमी, शाहजहांपुर में 150 मिमी, चांदपुर (बिजनौर) में 120 मिमी, धामपुर (बिजनौर) में 108 मिमी तक बारिश हुई है। साथ ही, मुरादाबाद में 100.5 मिमी, लखीमपुर खीरी में 96 मिमी, मुरादाबाद सीडब्ल्यूसी में 95.4 मिमी, जालौन में 86.5 मिमी, राठ (हमीरपुर) में 85 मिमी, अमरोहा में 71 मिमी, देवबंद (सहारनपुर) में 70 मिमी, बिलारी (मुरादाबाद) में 68.3 मिमी, बरेली पीवीओ (बरेली) में 68 मिमी और नौगांवा सादात (अमरोहा) में 65 मिमी बारिश हुई है।
5 अगस्त तक उत्तरी यूपी में भारी बारिश का दौर जारी रहा है। लेकिन इसके बाद मॉनसून की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी। मौसम विभाग ने साफ किया है कि 10 अगस्त तक प्रदेश में भारी बारिश का कोई अलर्ट नहीं है। ऐसे में आने वाले दिनों में उमस और गर्मी फिर से लोगों को परेशान कर सकती है।