अनामिका ऊँगली के मूल में सूर्य का होता है स्थान

अनामिका उंगली को इंग्लिश में रिंग फिंगर भी कहा जाता है। यह हाथ की सबसे छोटी उंगली यानी कनिष्ठा उंगली से थोड़ी लंबी होती है। अनामिका के मूल में सूर्य का स्थान होता है। आमतौर पर यह उंगली मध्यमा उंगली से छोटी होती है। लेकिन कई लोगों के हाथों में इस उंगली की लंबाई और बनावट सामान्य से अलग भी हो सकती है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार अनामिका उंगली की लंबाई, चौड़ाई, गोलाई और बनावट देखकर हम अपने व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं।

अगर किसी व्यक्ति के हाथ की अनामिका उंगली की लंबाई तर्जनी यानी अंगूठे के बिल्कुल बगल वाली उंगली से अधिक होती है, तो ऐसे लोग जीवन में खूब तरक्की हासिल करते हैं। इन लोगों में सामने वाले के प्रति हमेशा स्नेह और प्रेम बहुत ज्यादा होता है। ऐसे व्यक्तियों को जीवन में अपनी मेहनत से सब कुछ मिल जाता है और पैसों की तंगी भी इन्हें परेशान नहीं करती है। अपने अच्छे स्वभाव से यह हर किसी का दिल जीत लेते हैं।

जिन लोगों की अनामिका की उंगली का झुकाव सबसे छोटी उंगली की ओर होता है, वे लोग अपने जीवन में व्यापार के मामले में कामयाब होते हैं। इन्हें व्यापार में बहुत लाभ प्राप्त होता है और इनके जीवन का ज्यादातर हिस्सा कामकाज को संभालने में ही निकल जाता है। इसके अलावा, अगर अनामिका का झुकाव मध्यमा उंगली की तरफ हो, तो ऐसे व्यक्ति आत्म केंद्रित होते हैं। ये लोग अपने जीवन में कुछ ऐसा कार्य करके जाते हैं, जो उनके जाने के बाद भी लोगों के दिलों पर छाप छोड़ जाता है। इसी के कारण इन्हें समाज में लंबे समय तक याद रखा जाता है।

अनामिका उंगली अगर छोटी हो, तो ऐसे व्यक्ति चित्रों, पुरानी वस्तुओं और कलाकृतियों के द्वारा धन संचय करते हैं। जिन लोगों की अनामिका उंगली का सिरा थोड़ा नुकीला होता है, वे भविष्य में संगीत की ओर या चित्रकार बन सकते हैं। इसके अलावा, अनामिका उंगली का अगला भाग वर्गाकार होना यह बताता है कि आप अपनी कला से खूब धन और प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं। इन लोगों को अपनी कला के चलते समाज में बहुत मान-सम्मान मिलता है। अगर अनामिका उंगली का ऊपरी भाग चपटा होता है, तो ऐसे व्यक्ति इतिहास से जुड़े कार्यों में ज्यादा रुचि रखना पसंद करते हैं और इसी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं।

अगर अनामिका उंगली का दूसरा पर्व लंबा हो, तो ऐसे व्यक्ति अपनी मेहनत और तेज बुद्धि से जीवन में बहुत बड़ा मुकाम हासिल कर लेते हैं। ये आगे चलकर बहुत कामयाब और धनवान बनते हैं। अगर अनामिका उंगली का पहला पर्व लंबा हो, तो ऐसे लोग कलात्मक विषयों में आगे बढ़ते हैं और इसी में तरक्की हासिल करते हैं। अनामिका का तीसरा पर्व लंबा और चौड़ा होना बताता है कि ऐसे लोग जीवन में खूब मान-सम्मान कमाते हैं और सफलता प्राप्त करते हैं।

अनामिका उंगली अगर मध्यमा उंगली के बराबर हो, तो ऐसे लोग किसी भी कार्य को अधूरा नहीं छोड़ते हैं। ये लोग अपनी कड़ी मेहनत से हर काम में सफलता हासिल करके ही मानते हैं और जीवन में खूब धन और सफलता प्राप्त करते हैं। ऐसे लोग सिर्फ अपने काम से मतलब रखना पसंद करते हैं और समाज से अलग सोच रखते हैं।

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