प्रयागराज। महाकुम्भनगर में बढ़ती श्रद्धालु संख्या और हनुमान मंदिर के कॉरिडोर के बाद से वहां का धार्मिक और सामाजिक वातावरण पूरी तरह से बदल गया है। यह स्थान अब एक प्रमुख आस्था केंद्र बन चुका है, जहां देशभर से लोग हनुमान जी के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
नए साल के करीब आते ही, विशेष रूप से हनुमान जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संगम किनारे सभा के बाद महाकुम्भनगर में धार्मिक गतिविधियां और कार्यक्रमों का आयोजन तेज हो गया है।
इस सभा ने क्षेत्र में आस्था और विश्वास को एक नई दिशा दी है, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हो रही है। विशेष रूप से हनुमान मंदिर के नए कॉरिडोर के निर्माण ने श्रद्धालुओं को एक सुविधाजनक और भव्य तरीके से दर्शन करने का अवसर प्रदान किया है, जिसके परिणामस्वरूप यहां भीड़ का और बढ़ना स्वाभाविक है।
संगम के किनारे श्रद्धालुओं के साथ साथ सेलेब्रिटी और अंतरराष्ट्रीय कथावाचक भी जुटने शुरू हो गए हैं। हनुमान मंदिर के प्रमुख पुजारी सूरज राकेश पाण्डेय ने बताया कि बड़े हनुमान के दर्शन के लिए सामान्य दिनों की अपेक्षा चौगुना श्रद्धालु आने लगे हैं। साथ ही साथ श्रद्धालुओं के एंट्री और एग्जिट के लिए अलग अलग रास्ते बनाए गए हैं।
बड़े हनुमान मंदिर के महंत एवं श्रीमठ बाघंबरी पीठाधीश्वर पूज्य बलवीर गिरी जी महराज ने देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तमाम इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं को हनुमान जी के दर्शन करने में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। मंदिर परिसर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी की गत दिनों संगम किनारे सभा के बाद से अचानक श्रद्धालुओं की आस्था बढ़ गई है। महाकुम्भनगर में संगम के किनारे तमाम सेलेब्रिटी का पहुंचना शुरू हो गया है। अंतरराष्ट्रीय कथावाचक शिवाकांत महाराज और अन्य प्रमुख लोगों ने पहुंचकर बड़े हनुमान का दर्शन किया।
इनके अलावा देवकीनंदन ठाकुर, राजपाल यादव, गुरमीत चौधरी, साक्षी महाराज समेत बड़ी संख्या में देश के वीआईपी का संगम पहुंचकर सबसे पहले हनुमान मंदिर दर्शन करने का सिलसिला शुरू हो गया है। महाकुम्भनगर की इस धार्मिक गतिविधि ने न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल दिया है, बल्कि यहां के सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को भी विश्वभर में प्रस्तुत किया है। अब यह क्षेत्र धार्मिक पर्यटन का महत्वपूर्ण केंद्र बनता जा रहा है।