मुद्दा बड़े भ्रष्टाचार के आरोपों का है : प्रशांत किशोर

पटना। जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर का आमरण अनशन शनिवार को पटना में शीतलहर के बीच तीसरे दिन भी जारी रहा। उन्होंने बिहार सिविल सेवा (बीपीएससी) परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी बीपीएससी छात्रों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया। प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि बीपीएससी की आधी से अधिक सीटें ‘बेच दी गईं’ हैं, जिससे परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।

किशोर ने कहा, “मुद्दा बड़े भ्रष्टाचार के आरोपों का है… यह है कि आधे से अधिक सीटें बेची गई हैं। आज जो दोबारा परीक्षा हो रही है वह 15,000 छात्रों के लिए है। प्रदर्शन कर रहे 3.50,000 छात्रों को परीक्षा में बैठने का अवसर नहीं मिला। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कब परीक्षा में बैठते हैं, अगर आपने अच्छी तरह से पढ़ाई की है तो यह आपको सीट की गारंटी नहीं देता है… सीट केवल उन लोगों को दी जाती है जिन्होंने भ्रष्ट लोगों को पैसा दिया है।”

प्रशांत किशोर का यह आंदोलन छात्रों की मांगों को सामने लाने और बिहार में सरकारी नौकरी की प्रक्रिया में भ्रष्टाचार को उजागर करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। उनका कहना है कि बीपीएससी परीक्षा में अनियमितताओं के कारण छात्रों का भविष्य खतरे में है, और इसलिए वे इस मुद्दे को उठाने के लिए आमरण अनशन पर हैं।

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