राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विकास एजेंडे को कांग्रेस के जातिवाद पर भारी बताया। उनका कहना था कि बीजेपी का विकास-centric दृष्टिकोण और कार्यप्रणाली कांग्रेस के जातिवाद की राजनीति से कहीं अधिक प्रभावी साबित हो रही है। यह बयान राजस्थान में होने वाले सात विधानसभा सीटों के उपचुनाव से पहले आया है, जो राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।अपनी सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दस महीने के छोटे समय में उन्होंने रिकॉर्ड काम किए हैं जिससे कांग्रेस की नींव हिल चुकी है और जनता का उनकी सरकार पर विश्वास मजबूत हुआ है।
भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस की नीति और उसकी कमजोरियों का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान में उनकी सरकार के दस महीने के छोटे कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण और रिकॉर्ड काम किए गए हैं। इन कामों से न सिर्फ सरकार की लोकप्रियता बढ़ी है, बल्कि जनता का विश्वास भी मजबूत हुआ है। उनका यह दावा है कि बीजेपी द्वारा किए गए विकास कार्यों ने कांग्रेस की नींव को हिला दिया है, और अब राजस्थान में बीजेपी के विकास एजेंडे को लेकर जनता का समर्थन बढ़ा है।
शर्मा के बयान से यह साफ होता है कि आगामी उपचुनावों में बीजेपी कांग्रेस को सीधे तौर पर चुनौती देने के लिए तैयार है, और राज्य की राजनीति में एक नया टर्न लेने का प्रयास कर रही है। बीजेपी का विकास पर जोर और कांग्रस के जातिवाद आधारित राजनीति की आलोचना, खासतौर पर राजस्थान जैसे राज्य में, अगले कुछ महीनों में चुनावी परिणामों पर महत्वपूर्ण असर डाल सकती है।
यह भी महत्वपूर्ण है कि इन उपचुनावों को लेकर दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है, और दोनों ही पार्टियाँ जनता के समर्थन को लेकर सक्रिय रूप से प्रचार-प्रसार कर रही हैं। भजनलाल शर्मा का यह बयान बीजेपी के विकास की दिशा और कांग्रेस के जातिवाद के खिलाफ रणनीतिक आक्रमण का संकेत देता है, जो आगामी चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है।