झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दिए जाने के बाद रांची की बिरसा मुंडा जेल से बाहर आ गए। पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हम देख रहे हैं कि कैसे न्यायिक प्रक्रिया में दिन-महीने नहीं बल्कि सालों लग रहे हैं। जो लड़ाई हमने शुरू की और जो संकल्प हमने किए हम उन्हें पूरा करने के लिए काम करेंगे। आज ये पूरे देश के लिए संदेश है कि कैसे हमारे खिलाफ साजिश रची गई। जमानत पर रिहा होने के बाद झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि विगत 5 महीनों के बाद मैं जेल से बाहर आया हूं। पिछले 5 महीने झारखंड के लिए चिंताजनक रहे। पूरा देश जानता है कि मैं जेल क्यों गया था। अंत में कोर्ट ने अपना न्याय सुनाया है उसी के तहत मैं आज जेल से बाहर हूं मैं कोर्ट का सम्मान करता हूं।
अपनी गिरफ्तारी के समय, सोरेन ने अपने खिलाफ जमीन हड़पने के आरोपों से दृढ़ता से इनकार किया था और कहा था कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध के तहत उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला थोपा था। झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ ही मिनट बाद उन्हें 31 जनवरी को रांची राजभवन से गिरफ्तार कर लिया गया था। 22 जून को प्रवर्तन निदेशालय ने सोरेन और अन्य के खिलाफ कथित भूमि हड़पने से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत रांची में छापे के बाद 1 करोड़ रुपये नकद और 100 जिंदा गोलियां जब्त कीं।