गाजियाबाद। पांच मिनट चाय बनाने में देरी क्या हो गई, पति हैवान बन गया और उसने पत्नी को बुरी तरह काट दिया। उसने पत्नी पर 15 बार हमला गया। वारदात गाजियाबाद के मोदीनगर में भोजपुर के फजलगढ़ गांव में अंजाम दी गई। मृतका की पहचान सुंदरी (50) के रूप में हुई। आरोपी का नाम धर्मवीर ( 52) है, जो सब्जी बेचता था। हालांकि प्राथमिक जांच में हत्या किए जाने की वजह चाय देने में देरी करना है, लेकिन मृतका के बेटे सोल्जर ने मर्डर की असली वजह बताई है। उसने पुलिस के सामने कई खुलासे किए। उसका कहना है कि चाय तो बहाना है, पिता उसकी मां को पहले से ही मारने की साजिश रच रहे थे। उन पर ऐसा खून सवार था कि वह और उसकी बहन लक्ष्मी बचाने तो पिता ने उन पर भी हमला करने का प्रयास किया, लेकिन शोर मचने पर लोग दौड़े आए तो पिता हथियार लहराते हुए छत से कूदकर भाग गए। लोगों ने उसे खेत में जाते देखा। इसके बाद उसने, पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर उसे दबोच लिया।
मृतका सुंदरी के बेटे सोल्जर जो बयान दर्ज कराए गए, उनके आधार पर पुलिस ने बताया कि आरोपी अपनी पत्नी को मारने का बहाना 3 दिन से तलाश रहा था। उसने सुंदरी को मारने की साजिश पहले ही रच ली थी। उसने सुंदरी को धमकी भी दी थी कि वह उसे जिंदा नहीं छोड़ेगा, लेकिन इस धमकी को सभी ने मजाक समझा। इस बीच वह घर में रखी जंगी तलवार की धार लगवाकर आया, तब भी किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। वहीं धर्मवीर ने भी पुलिस को बलाया कि वह सोमवार को सीकरी माता के दर्शन करने गया था। वहां माता के सामने उसने कसम खाई थी कि वह 24 घंटे में अपनी पत्नी सुंदरी को मौत के घाट उतार देगा। इसके लिए उसने भगवान से माफी भी मांगी और पश्चाताप करने की बात भी कही, लेकिन पत्नी को मारना उसकी मजबूरी थी। उसने घर जाकर सुंदरी से भी कहा था कि तूने मेरा बेइज्जती की, अब तेरे दिन पूरे हुए। इस बार तूझे भगवान भी नहीं बचा पाएंगे। अगर तलवार ने धोखा दिया तो दरांती से काट दूंगा।
पुलिस के अनुसार, पत्नी का हत्यारोपी धर्मवीर जाटव मूलरूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। वह मेरठ के गांव कलंजरी का निवासी है। 30 साल पहले वह गांव छोड़कर फजलगढ़ में आकर बस गया। हरियाणा के सोनीपत जिले के खरखौदा के गांव कैली निवासी सुंदरी से शादी हुई। 2 बेटे और 3 बेटियां हैं। बड़ी बेटी राखी की शादी हो चुकी है। बेटा सोल्जर प्राइवेट कंपनी में काम करता है। धर्मवीर फल सब्जियों की रेहड़ी लगाता है, लेकिन वह शराब पीने के आदी है। मृतका सुंदरी ने एक फाइनेंस कंपनी से 50 हजार का लोन लिया था। इसमें से 35 हजार उसने घर की मरम्मत में खर्च किए। धर्मवारी उससे बाकी बचे 15 हजार मांग रहा था, लेकिन सुंदरी को पता था कि वह पैसे शराब पीने में लुटा देगा, इसलिए उसने पैसे नहीं दिए। मना करने के कारण धर्मवारी ने सुंदरी को पीटा भी। इसी की वह खुन्नस पाले हुए था। विरोध करने पर उसने बच्चों को भी मारने की धमकी दी थी।