तमिलनाडु में पहाड़ी इलाकों के अलावा ऐतिहासिक इमारतें और प्राचीन मंदिर हैं। तमिलनाडु में कुछ ऐसे हिल स्टेशन हैं, जहां पर आपको पहुंचने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ सकती है। यह हिल स्टेशन इतनी ज्यादा ऊंचाई पर स्थित है। ऐसे में आपको यहां पर चढ़ाई करने के लिए फुर्तीला होना जरूरी है। तमिलनाडु की ये जगहें भले की कितनी ऊंचाई पर हो, लेकिन यहां जैसा नजारा आपको भारत में कहीं और नहीं देखने को मिलेगा।
डोडाबेट्टा
डोडाबेट्टा की हरी-भरी घाटियों और मैदान में घूमने से आपके मन को सुकून मिलेगा। यह तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में एक फेमस पर्यटन स्थल है। तमिलनाडु की सबसे ऊंची चोटी 2,637 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर आप बांदीपुर, मुदुमलाई और नीलगिरि की पहाड़ियों को भी देख सकते हैं। इस हिल स्टेशन पर आप ट्रेकिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं। यहां पर मानसून के दौरान काफी अच्छा नजारा देखने को मिलेगा।
वालपराई
तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में स्थित वालपराई एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो अपने शांत वातावरण, प्राकृतिक सुंदरता और साहसिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है। अनामलाई पर्वत श्रृंखला पर स्थिति यह हिल स्टेशन समुद्र तल से 3500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस जगह पर पहुंचने के लिए आपको पोलाची से 64 किमी और कोयंबटूर से 102 किमी दूर आना होगा। यह एक बेहद अच्छी जगह है।
स्वामीमलाई हिल ट्रेक
बता दें कि स्वामीमलाई पर्वत श्रृंखलाओं में सबसे ऊंची चोटी है। यह छोटी-छोटी पहाड़ियों से बना है। स्वामीमलाई पर्वत श्रृंखला 4,338 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस घने जंगलों वाली पहाड़ी पर चढ़ने का सपना हर ट्रेकर्स का होता है। इस पहाड़ी की तलहटी पर मंगलम गांव बसा है। ऐसे में अगर आप भी यहां आने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको कम से कम 4-5 दिन बिताना चाहिए। हालांकि आपको जरूरी सामान लेकर जाना चाहिए। स्वामीमलाई हिल ट्रेक पर आपको कैंपिंग जैसी सुविधा मिल जाएंगी।