अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी में फिलिस्तीन समर्थक स्टूडेंट्स ने जमकर नारेबाजी की। आजादी थीम पर फोकस करते हुए स्टूडेंट्स ने नारे लगाए। दरअसल कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पिछले सप्ताह फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन हुए थे। पुलिस को मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा।
पुलिस यूनिवर्सिटी कैंपस में आई एक्शन लेते हुए पुलिए ने 108 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करके साथ ले गई। गिरफ्तार किए गए लोगों में मिनेसोटा के प्रतिनिधि इल्हान उमर की बेटी इसरा हिरसी भी शामिल थी। हिरसी कोलंबिया यूनिवर्सिटी की छात्र नेता हैं और कोलंबिया को इज़रायल में अलग करने की मांग कर रही है। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में स्टूडेंट्स ने नारेबाजी की।
यह नारेबाजी कॉलेज कैंपस में यहूदी विरोधी घटनाओं पर कोलंबिया के राष्ट्रपति नेमत शफीक के बयान देने के बाद हुआ। स्टूडेंट्स ने कैंपस में पुलिस के आने का भी विरोध किया, लेकिन शफीफ ने कॉलेज के छात्रों को लिखे पत्र में पुलिस को कॉलेज कैंपस में एंट्री करने की अनुमति देने के अपने फैसले पर खेद व्यक्त किया, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने 15 छात्रों को निलंबित कर दिया है और परिसर में यहूदी विरोधी भावना का कोई स्थान नहीं है। मैं व्यक्तिगत रूप से इसका सीधे तौर पर सामना करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हूं। वहीं दूसरी ओर फिलिस्तीन के समर्थन में हुई नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि भारतीय मूल के छात्र फिलिस्तीन के पक्ष में नारे लगा रहे हैं। वीडियो में एक महिला को फ़िलिस्तीन के पक्ष में नारे लगाते हुए दिखाया गया है और उसके साथी प्रदर्शनकारी कोरस में “आज़ादी” का नारा लगा रहे हैं।
वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं है, लेकिन वीडियो में नारे लगाए जा रहे हैं कि ‘बिडेन सुन ले, आजादी…. नेतन्याहू सुन ले, आजादी… मोदी सुन ले, आजादी’…अरे हम क्या चाहते हैं, आज़ादी… फ़िलिस्तीन की, आज़ादी… अरे छीन के लेंगे, आज़ादी… है हक हमारा, आज़ादी… (हम क्या चाहते हैं…आज़ादी…फ़िलिस्तीन की आज़ादी…हम इस आजादी को छीन लेंगे जो हमारा अधिकार है…