ट्रम्प के टैरिफ वार से शेयर मार्केट में भारी गिरावट

नई दिल्‍ली। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नए टैरिफ प्लान ने निवेशकों को डरा दिया है। अमेरिकी शेयर मार्केट ने 2025 की पहली तिमाही में भारी गिरावट देखी। एसएंडपी 500 और नैस्डैक ने 2022 के बाद सबसे खराब तिमाही प्रदर्शन दर्ज किया। S&P 500 पहली तिमाही में 4.6% गिरा। बड़ी टेक कंपनियां वाला नैस्डैक 10.5% लुढ़का, यह 2022 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। डॉऊ जोन्स भी नहीं बचा और 1.3% नीचे आया।

ट्रम्प ने स्टील, एलुमिनियम, कारों और चीन से आयातित सामानों पर नए टैरिफ लगाए हैं, जिससे वैश्विक ट्रेड वॉर का डर बढ़ गया है। अब बुधवार को वे और विस्तृत योजना घोषित करेंगे। निवेशकों को डर है कि इससे महंगाई बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था धीमी होगी। 2023-24 में बाजार को ऊपर खींचने वाली “मैग्निफिसेंट सेवन” (टेस्ला, एनवीडिया जैसी टेक कंपनियां) इस बार बोझ बन गईं। टेस्ल 36% और एनवीडिया 20% नीचे आ गया है।

हालांकि, एनर्जी (तेल-गैस) सेक्टर 9.3% चढ़ा, और कंज्यूमर स्टेपल्स (जरूरी सामान बेचने वाली कंपनियां) 1.6% ऊपर रहीं। फाइनेंशियल स्टॉक्स (जैसे डिस्कवर, कैपिटल वन) भी मजबूत रहे। गोल्डमैन सैक्स ने अमेरिका में मंदी की आशंका 20% से बढ़ाकर 35% कर दी है। फेडरल रिजर्व से जल्द ब्याज दरें कटने की उम्मीद है और इस हफ्ते नौकरियों के आंकड़े (Non-Farm Payrolls) और फेड चेयर जेरोम पॉवेल के भाषण पर नजर रहेगी।

भारत ने देश में उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमत $6.50 से बढ़ाकर $6.75 प्रति mmBtu कर दी है। यह दो साल बाद पहला बदलाव है। सरकार ने 2023 में $6.50 की सीमा तय की थी, लेकिन अब 25 सेंट की बढ़ोतरी की गई है।

बाजारों में उथल-पुथल जारी है, क्योंकि ट्रम्प की नीतियां और वैश्विक आर्थिक हालात निवेशकों को डरा रहे हैं। अगले कुछ दिनों में और उतार-चढ़ाव आ सकता है। ऐसे में पेट्रोलियम उत्पादों और CNG की कीमतों पर असर पड़ सकता है। घरेलू गैस उत्पादन वाली कंपनियों (जैसे ONGC, RIL) को फायदा होगा।

Related Articles

Back to top button