विदेश मंत्री एस जयशंकर का यह बयान भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते रणनीतिक संबंधों को लेकर एक महत्वपूर्ण संकेत है। उनके अनुसार, भारत ने पिछले पांच अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यकालों में लगातार प्रगति की है और यह स्पष्ट किया कि अमेरिका के साथ रिश्ते भविष्य में और मजबूत होंगे, चाहे आगामी अमेरिकी चुनाव का परिणाम कुछ भी हो।
भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते द्विदलीय (बायपार्टीजन) रूप से मजबूत हैं और इनकी निरंतरता का आधार दोनों देशों के साझा हितों पर आधारित है, जैसे कि सुरक्षा, व्यापार, और वैश्विक स्थिरता। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत ने पिछले पांच राष्ट्रपति कार्यकालों में अमेरिका के साथ अपने संबंधों में “स्थिर प्रगति” देखी है और अमेरिका के साथ उसके संबंध और मजबूत होने वाले हैं, भले ही मौजूदा अमेरिकी चुनाव का नतीजा कुछ भी हो।
इसके अलावा, क्वाड (अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान) के संदर्भ में जयशंकर ने जो आशा व्यक्त की है, वह इस संगठन के भविष्य को लेकर भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। क्वाड को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सामूहिक सुरक्षा, मुक्त व्यापार, और एक समान अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में देखा जाता है।
इस प्रकार, यह बयान एक तरफ भारत के अमेरिका के साथ रिश्तों में स्थिरता और प्रगति की ओर इशारा करता है, तो दूसरी तरफ यह क्वाड जैसे बहुपक्षीय गठबंधन के लिए भारत की रणनीतिक सोच को भी सामने लाता है।