
मुंबई। एसएस राजामौली, जिन्हें भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया। उन्हें कोडुरी श्रीसैला श्री राजामौली के नाम से भी जाना जाता है। एसएसएसएस राजामौली की मां को श्रीशैलम की यात्रा के दौरान सपना दिखा था, जिसके बाद राजामौली पैदा हुए। इसी वजह से उनका नाम श्रीसैला श्री राजमौली रख दिया गया। उन्होंने 20 साल की उम्र में फिल्म एडिटर के तौर पर करियर शुरू किया था।
हालांकि, एसएस राजामौली को करियर की शुरुआत में पता नहीं था कि करना क्या है। राजामौली ने बताया था कि उनके पिता उन्हें हमेशा ही पढ़ाई को लेकर डांटते रहते थे। इससे बचने के लिए ही एसएस राजामौली ने फिल्मी दुनिया में एंट्री की थी। धीरे-धीरे उनका रुझान डायरेक्शन की तरफ होने लगा। उन्होंने कुछ समय तक असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया। छह साल तक उन्होंने पिता विजयेंद्र प्रसाद को असिस्ट किया था।
एसएस राजामौली ने फिर साल 2001 में अपनी पहली फिल्म ‘स्टूडेंट नंबर 1’ डायरेक्ट की थी, जो सुपरहिट रही थी। अपने अब तक के 25 साल के करियर में एसएस राजामौली ने 12 फिल्में डायरेक्ट की हैं, और सभी हिट रहीं। लगभग हर फिल्म ने कोई न कोई रिकॉर्ड बनाया। एसएस राजामौली जो फिल्में डायरेक्ट कीं, उनमें ‘स्टूडेंट नंबर 1’ के अलावा ‘सिम्हाद्री’, ‘सई’, ‘छत्रपति’, ‘विक्रमाड़कुड़ु’, ‘यमदोंगा’, ‘मगाधीरा’, ‘मर्यादा रमन्ना’, ‘ईगा’, ‘बाहुबली: द बिगनिंग’, ‘बाहुबली: द कनक्लूजन’ और RRR शामिल हैं।
RRR का नाम का डंका तो पूरी दुनिया में बजा और इसके गाने ‘नाटू नाटू’ ने ऑस्कर भी जीता था। RRR ने देशभर में 782.2 करोड़ का नेट कलेक्शन किया था, जबकि वर्ल्डवाइड 1230 करोड़ का कारोबार किया। इसने ऑस्कर के अलावा कई अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड और सम्मान जीते थे।
एसएस राजामौली ने अपनी 12 फिल्मों से 4,250 करोड़ रुपये की कमाई की। इसमें से करीब 2400 करोड़ की कमाई तो सिर्फ ‘बाहुबली: द बिगनिंग’ और ‘बाहुबली: द कन्क्लूजन’ से ही हो गई थी। एसएस राजामौली की ‘बाहुबली 2’ भारतीय सिनेमा के इतिहास की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्म है। यही नहीं, ‘बाहुबली 2’ दुनियाभर में 1000 करोड़ से अधिक की कमाई करने वाली पहली साउथ इंडियन और भारतीय फिल्म है।