सोनमर्ग : सुरम्य पर्यटन स्थल

भारत के खूबसूरत पर्यटन स्थलों की बात करें तो कश्मीर का जिक्र न करना नामुमकिन है। हर भारतीय और विदेशी पर्यटक कश्मीर की वादियों में कुछ समय बिताना चाहता है जहां पर्यटकों के देखने के लिए कई प्राकृतिक नज़ारे हैं. एक तरफ़ विशाल पहाड़ हैं, तो दूसरी तरफ़ दूधिया बहती नदियां और झरने हैं। हाईवे पर यात्रा करते समय हमें कहीं बर्फ से ढकी सफ़ेद चोटियां, तो कहीं हरियाली की चादर में लिपटी सुरम्य घाटियां दिखाई देती हैं।

जम्मू और कश्मीर राज्य के गंदरबल ज़िले में स्थित सोनमर्ग (जिसका अर्थ है “सोने की घाटी”) एक सुरम्य पर्यटन स्थल है, जो प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वातावरण और रोमांचक गतिविधियों का अनूठा संगम प्रस्तुत करता है। समुद्र तल से लगभग 2,800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह जगह गर्मियों के मौसम में हरे-भरे घास के मैदानों और जाड़ों में बर्फीले चादरों से ढकी होती है। सोनमर्ग चारों ओर से बर्फ से ढकी ऊंची-ऊंची चोटियों, देवदार और चीड़ के घने जंगलों तथा कलकल बहती नदियों से घिरा हुआ है। यहाँ की सबसे प्रसिद्ध नदी है सिंध नदी, जो बर्फीले ग्लेशियरों से निकलती है और यहाँ के जीवन को जीवन्त बनाती है।

थजीवास ग्लेशियर : समुद्र तल से करीब 9,186 फीट की ऊंचाई पर स्थित थजीवास ग्लेशियर सोनमर्ग का एक आकर्षक पर्यटन स्थल है. यहां पर्यटकों को दिखने वाले घास के मैदान, जमी हुई झीलें, ऊंचे शंकु धारी पेड़ इस ग्लेशियर की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं. इस ग्लेशियर को देखने के लिए अप्रैल से अक्टूबर के बीच का समय सबसे अच्छा माना जाता है. ग्लेशियर तक पहुंचने के लिए पथरीले और कच्चे रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है. जो पर्यटक पैदल चलने में कमजोर हैं, वे स्थानीय घोड़ों की सवारी करके जा सकते हैं.

बालटाल घाटी : यह घाटी समुद्र तल से करीब 2,743 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. पर्यटक इस घाटी में बर्फ से ढके पहाड़, ग्लेशियर, झरने और पहाड़ों के बीच से बहती सिंध नदी का खूबसूरत नजारा देख सकते हैं. यहां के प्राकृतिक नजारे देखकर एक अलग तरह का रोमांच महसूस किया जा सकता है.

यह घाटी ज़ोजी ला दर्रे के खूबसूरत नज़ारे देखने और रात में कैंपिंग करने के लिए सबसे अच्छी जगह मानी जाती है. अमरनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों का बेस कैंप इसी घाटी में बनाया जाता है. पूरे साल में पर्यटक इस घाटी में सिर्फ अप्रैल से सितंबर के बीच ही जा सकते हैं.

ज़ोजी ला दर्रा : यह दर्रा कश्मीर की द्रास घाटी और सुरू घाटी को जोड़ता है. यह दर्रा समुद्र तल से 11,575 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इस दर्रे पर जाने का सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर तक है.

गडसर झील : समुद्र तल से करीब 5,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस झील को फूलों की झील के नाम से भी जाना जाता है. इस झील के खूबसूरती बढ़ाने में यहां पर मौजूद अल्पाइन घास चार चांद लगा देती है. इस झील में कई दुर्लभ और लुप्तप्राय मछलियों को आसानी से देखा जा सकता है. इसके अलावा झील के आस-पास लगे जंगली फूल भी झील को खूबसूरती को कई गुना तक बढ़ा देते हैं

मई से सितंबर तक का समय सोनमर्ग घूमने के लिए सबसे अच्छा होता है। सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण रास्ते बंद हो सकते हैं, पर बर्फ प्रेमियों के लिए यह भी एक अनोखा अनुभव हो सकता है। सोनमर्ग प्रकृति की गोद में बसा ऐसा पर्यटन स्थल है, जहाँ हर कदम पर सौंदर्य बिखरा है। चाहे आप रोमांच की तलाश में हों या शांति की, सोनमर्ग आपके हर सपने को साकार करता है। अगर आप वादियों के संगीत को सुनना चाहते हैं और स्वर्ग जैसी जगह का अनुभव करना चाहते हैं, तो सोनमर्ग आपके इंतजार में है।

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