मुंबई। सोनाली बेंद्रे, जो एक प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री हैं, ने कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खिलाफ अपने संघर्ष से हमें उम्मीद और साहस का अद्भुत उदाहरण दिया है। 2018 में, सोनाली बेंद्रे को हड्डी के कैंसर (High-grade cancer) का पता चला था। इस स्थिति को स्वीकार करने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने संघर्ष की यात्रा को खुले दिल से साझा किया। अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे का जन्म 1 जनवरी 1975 में मुंबई में हुआ था। सोनाली ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया और वह 90 के दशक में वह इंडस्ट्री की टॉप अभिनेत्रियों में से एक थीं।
उन्होंने 1994 में आयी ‘आग’ फिल्म से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की थी। बड़े पर्दे पर आते ही उन्होंने तहलका मचा दिया और लाखों लोगों का दिल जीत लिया। सोनाली बेंद्रे की शुरुआती कुछ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाईं, लेकिन अपनी मासूमियत से वह लोगों के दिल जीतने में कामयाब रहीं। अपनी पहली फिल्म के लिए अभिनेत्री को न्यू फेस ऑफ द ईयर का फिल्म फेयर अवॉर्ड भी मिला था
मॉडलिंग की दुनिया से से बॉलीवुड में एंट्री करने वाली सोनाली के साथ 1996 में रिलीज हुई ‘दिलजले’ में अपने अभिनय से लोगों को खूब प्रभावित किया था। सोनाली के किरदार की इस फिल्म में दर्शकों ने खूब सराहना की थी। इसके बाद सोनाली के जीवन में एक ऐसी फिल्म आई जिसने उन्हें खुशी भी दी और एक नई मुसीबत भी। यह फिल्म थी हम साथ-साथ हैं। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान हुई एक घटना के कारण फिल्म के अन्य स्टार्स के साथ सोनाली भी मुसीबत में पड़ गई थीं, जिस कारण उन पर भी पर केस दर्ज हो गया था।
ज जानेमाने लोगों के साथ जुड़ चुका है, जिसमें अभिनेता, राजनेता और क्रिकेटर भी शामिल है। जिसमें पहला नाम था सुनील शेट्टी का। ये दोनों 1997 में रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म ‘भाई’ में एक दूसरे के काफी नजदीक आए थे। हालांकि, इनके रिश्ते की खबरों ने ज्यादा सुर्खियां नहीं बटोरी और काफी सीमित रही। बताया जाता है कि दोनों के बीच नजदीकियां इतनी बढ़ गई थीं कि सोनाली ने सुनील शेट्टी को शादी के लिए प्रपोज भी कर दिया था, जिसे सुनील ने स्वीकार कर लिया था, लेकिन आखिर में दोनों की शादी नहीं हो पाई।
अभिनेता सुनील के बाद सोनाली ने राजनेता बाला साहब ठाकरे के भतीजे और मशहूर राजनेता राज ठाकरे को भी डेट किया था। ऐसा माना जाता है कि राज ठाकरे को सोनाली से मोहब्बत थी। खबरों के अनुसार राज ठाकरे सोनाली से शादी करना चाहते थे, लेकिन जब ये बात शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे तक पहुंची तो उन्होंने राज ठाकरे को सोनाली से शादी से साफ मना कर दिया, जिससे दोनों का रिश्ता वहीं खत्म हो गया। सोनाली को चाहने वालों की लिस्ट काफी लंबी है। सोनाली को चाहने वालों की लिस्ट में एक क्रिकेटर का भी नाम है। अपने जमाने के बेहतरीन खिलाड़ी रहे शोएब अख्तर सोनाली के प्यार में दीवाने हो गए थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि सोनाली ने उनका प्रपोजल स्वीकार नहीं किया तो वह उन्हें किडनैप करवा लेंगे।
इन सेलेब्स के साथ नाम जुड़ने के बाद 12 नवबंर 2002 को सोनाली ने अपना हाथ जीवन भर के लिए फिल्म डायरेक्टर गोल्डी बहल के हाथों में दे दिया और उनसे शादी कर ली। बताया जाता है कि जब 1994 में सोनाली और गोल्डी की पहली मुलाकात हुई और गोल्डी उन्हें पसंद करने लगे तो उन्होंने सोनाली के सामने अपने दिल की बात रखी, लेकिन सोनाली ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। इस इंकार के बाद भी गोल्डी ने हिम्मत नहीं हारी और सोनाली को खूब प्यार करते रहे और उनका खूब ध्यान रखते रहे। इसके बाद उन्होंने 1998 में एक पार्टी के दौरान घुटनों पर बैठकर सोनाली को शादी के लिए प्रपोज किया और सोनाली मान गईं। फिर दोनों ने 4 साल तक एक दूसरे को डेट किया और 2002 में शादी कर ली। गोल्डी वाकई में सोनाली के लिए किसी राजकुमार से कम नहीं थे। यह उन्होंने सोनाली की बीमारी के दौरान साबित कर दिया, जब वह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहीं थी।
सोनाली ने अपनी बीमारी के बारे में सोशल मीडिया के माध्यम से खुलासा किया था और यह बताया था कि वह इलाज के लिए न्यूयॉर्क गई थीं। उन्होंने इसे सिर्फ शारीरिक चुनौती के रूप में नहीं देखा, बल्कि मानसिक रूप से भी इसे स्वीकार किया और एक सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखा। उनका मानना था कि मानसिक ताकत से ही किसी भी बीमारी का मुकाबला किया जा सकता है।
उन्होंने अपने अनुभवों को सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिससे बहुत से लोग प्रेरित हुए। सोनाली की बहादुरी और हिम्मत ने लाखों लोगों को यह संदेश दिया कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज और उससे बाहर निकलने के लिए मानसिक मजबूती, साहस और उम्मीद की जरूरत होती है।
1995 में उन्हें फिल्म ‘आग’ के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार और मोस्ट प्रॉमिसिंग न्यूकमर का स्टार स्क्रीन पुरस्कार मिला। 2001 में उन्होंने फिल्म ‘हमारा दिल आपके पास है’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का स्टार स्क्रीन अवॉर्ड जीता। 2012 में उन्हें टीवी शो में सर्वश्रेष्ठ जज पैनल के लिए इंडियन टेली अवार्ड मिला। 2018 में उन्हें महिला अचीवर्स अवार्ड और प्राइड ऑफ महाराष्ट्र अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
आज सोनाली बेंद्रे पूरी तरह से स्वस्थ हैं और अपने इलाज के दौरान के अनुभवों को लोगों के साथ साझा करती रहती हैं। उनका यह संघर्ष और उनकी हिम्मत न केवल उनके फैंस के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुका है, बल्कि यह सभी को यह सिखाता है कि जीवन में चाहे जैसी भी स्थिति हो, हमेशा उम्मीद और संघर्ष से आगे बढ़ना चाहिए।