गावस्कर स्मिथ को पीछे छोड़ सकते हैं शुभमन

नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पांचवां और आखिरी मुकाबला गुरुवार से लंदन के ओवल मैदान में खेला जाएगा। टीम इंडिया फिलहाल सीरीज में 1-2 से पीछे है और इस युवा टीम के पास आखिरी टेस्ट जीतकर सीरीज को बराबर करने का बेहतरीन मौका है। सीरीज की शुरुआत से पहले हर किसी ने शुभमन गिल की अगुआई वाली इस टीम को कम आंका था, लेकिन अब तक इस टीम ने इंग्लैंड की अनुभवी टीम को कड़ी टक्कर दी है।

गिल एंड कंपनी चाहेगी कि पिछले इंग्लैंड दौरे की तरह फिर से दोनों टीमों के बीच सीरीज ड्रॉ कराई जाए। आखिरी टेस्ट में ऋषभ पंत नहीं खेलेंगे और ऐसे में काफी हद तक भारतीय बल्लेबाजी का दारोमदार शुभमन गिल पर ही होगा। गिल ने इस दौरे पर अद्भुत प्रदर्शन किया है और विदेशी जमीन पर उनकी बल्लेबाजी की आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया है। गिल अब तक इस सीरीज में चार मैचों की आठ पारियों में 90.25 की औसत और 65.28 के स्ट्राइक रेट से 722 रन बना चुके हैं। इस दौरान उन्होंने चार शतक लगाए हैं।

गिल ने इस सीरीज में जब-जब 20 से ज्यादा रन बनाए हैं, उन्होंने उसे शतक में बदला है। उन्होंने पहले टेस्ट में की पहली पारी में 147 रन और दूसरी पारी में आठ रन, दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 269 रन और दूसरी पारी में 161 रन, तीसरे टेस्ट की पहली पारी में 16 रन और दूसरी पारी में छह रन और चौथे टेस्ट की पहली पारी में 12 रन और दूसरी पारी में 103 रन बनाए हैं। गिल अब तक इस सीरीज में 79 चौके और 12 छक्के लगा चुके हैं।

गिल के पास एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बनने का भी मौका है। वह गावस्कर के 54 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने से महज 53 रन दूर हैं। गावस्कर ने 1970-71 में भारत के वेस्टइंडीज दौरे पर 774 रन बनाए थे। इसके बाद दूसरे नंबर पर भी गावस्कर ही हैं, जिन्होंने 1978-79 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में 732 रन बनाए थे। 722 रन बना चुके गिल का नंबर इसके बाद आता है। वह गावस्कर के इन दोनों आंकड़ो को पीछे छोड़ सकते हैं।

एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन के नाम है। उन्होंने साल 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 974 रन बनाए थे। गिल 95 साल पुराने इस रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ सकते हैं। हालांकि, इसके लिए उन्हें आखिरी टेस्ट में 253 रन बनाने की जरूरत होगी। गिल इस सीरीज के दूसरे टेस्ट यानी एजबेस्टन टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जमाया था। तब उन्होंने पहली पारी में दोहरा शतक लगाया था। उन्होंने कुल मिलाकर उस टेस्ट में 430 रन बनाए थे। गिल अगर एक बार फिर यही कमाल करते हैं तो खुद का नाम इतिहास में दर्ज करवा लेंगे। वह जिस फॉर्म में चल रहे हैं, उसमें ब्रैडमैन को पीछे छोड़ना उनके लिए मुश्किल नहीं होगा।

गिल बतौर कप्तान अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में बस ब्रैडमैन से पीछे हैं। ब्रैडमैन ने 1936/37 में इंग्लैंड के खिलाफ घर में 810 रन बनाए थे। गिल के नाम फिलहाल 722 रन हैं। अगर गिल आखिरी टेस्ट में 89 रन बनाते हैं तो वह महान ब्रैडमैन के 88 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ देंगे।

गिल के चार शतक किसी एक टेस्ट सीरीज में भारत की ओर से लगाए गए संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा शतक भी हैं। उन्होंने इस मामले में गावस्कर और विराट कोहली की बराबरी की। गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चार शतक लगाए थे। इसके बाद 1978/79 में घर पर टेस्ट सीरीज में भी ऐसा किया था। वहीं, कोहली ने 2014/15 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार शतक जड़े थे। आखिरी टेस्ट में गिल अगर एक और शतक लगाते हैं तो वह इन सब को पीछे छोड़ देंगे।

Related Articles

Back to top button