योगी आदित्यनाथ का शारदा सिन्हा के निधन पर व्यक्त किया गया शोक वाकई बहुत ही संवेदनशील और श्रद्धांजलि देने वाला है। शारदा सिन्हा जी का योगदान भारतीय लोक संगीत में अनमोल था। उनके गाए हुए गीतों ने न सिर्फ भोजपुरी संगीत को नया आयाम दिया, बल्कि भारतीय संगीत की समृद्ध धरोहर को भी संजोने का काम किया।राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और कांग्रेस पार्टी ने भी सिन्हा के निधन पर शोक संवेदना प्रकट की। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)-दिल्ली में इलाज करा रहीं सिन्हा का मंगलवार रात निधन हो गया। वह 72 वर्ष की थीं।
आदित्यनाथ ने कहा ,“प्रख्यात लोक गायिका, पद्म भूषण डॉ. शारदा सिन्हा जी का निधन अत्यंत दुःखद व संपूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!”। मौर्य ने कहा “लोकप्रिय भोजपुरी गायिका, बिहार कोकिला, पद्म भूषण से सम्मानित आदरणीय शारदा सिन्हा जी के असामयिक निधन की सूचना अत्यंत दुःखद है।”
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सही कहा कि उनका निधन संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है, क्योंकि उनका संगीत आज भी लोगों के दिलों में जिन्दा रहेगा। शारदा सिन्हा जी के द्वारा गाए गए भक्ति गीत, लोक गीत और अन्य रचनाएँ भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा बन चुकी हैं।